सुधीर दंडोतिया, भोपाल। मध्य प्रदेश में पोषण आहार योजना में हुई गड़बड़ी पर कैग रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 858 करोड़ का टेक होम राशन काल्पनिक रूप से दर्शाया गया। इसी मामले में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और पूर्व सीईओ ललित मोहन बेलवाल पर मामला दर्ज है।
कैग रिपोर्ट में हुआ खुलासा
कैग की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश में 858 करोड़ की टेक होम राशन का उत्पादन काल्पनिक रूप से दर्शाया गया है। कच्चे माल का इस्तेमाल जितनी मात्रा में होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पोषण आहार का वितरण जिन 8 जिलों में किया गया था, वहां जितने लाभार्थी दिखाए गए उतने लाभार्थी उस क्षेत्र में मौजूद नहीं थे।
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पूर्व विधायक ने की थी शिकायत
इस पूरे मामले में पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने 8 अगस्त 2023 को शिकायत की थी। आरोप है कि 2018-19 से 2021-22 के बीच आठ जिलों में पोषण आहार वितरण, परिवहन और गुणवत्ता में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई हैं। इकबाल सिंह ने अपने करीबी ललित मोहन को वन विभाग से प्रतिनियुक्ति पर आजीविका मिशन में सीईओ बनाया था।
साथ ही 7 पोषण आहार फैक्ट्री का काम एग्रो इंडस्टरीज कॉरपोरेशन से हटाकर आजीविका मिशन को सौंपा था। इसके अलावा मार्च 2025 में विधानसभा में पेश ऑडिट जनरल की रिपोर्ट में 481.79 करोड़ रुपये की अनियमितताओं का भी जिक्र किया गया है। शिकायत के बाद लोकायुक्त पुलिस ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी ललित मोहन बेलवाल पर FIR दर्ज की है। फिलहाल लोकायुक्त इन गड़बड़ियों की जांच में जुटा हुई है।
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