मनेंद्रगढ़। दो दिन बाद देश जब आजादी का पर्व मनाएगा तो नए जिले मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का परिवार स्वतंत्रता दिवस एक दिन पूर्व 14 अगस्त को आमरण अनशन पर बैठेगा। सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी की फोटो लेकर उनकी बहू व पोता कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। मनेन्द्रगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व. मौजीलाल जैन को शासन ने वर्ष 1974-75 में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने के सम्मान के रूप में जमीन दी थी, लेकिन आज तक उसका लाभ उनके वारिसों को नहीं मिल पाया है। इससे अब परिवार के लोग दर दर भटकने को मजबूर है।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. मौजीलाल जैन की बहू दया जैन व पोते विशाल जैन ने कलेक्टर डी. राहुल वेंकट को ज्ञापन सौंप कर उचित कार्यवाही करने और सम्मिलित खाते की भूमि पर हक दिलवाये जाने की मांग की है। एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है की मेरे ससुर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. मौजीलाल जैन को शासन ने वर्ष 1974-75 में ग्राम पंचायत लाई में 2.023 हेक्टेयर भूमि दी गई थी। इसे गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया। जब भी मेरे बच्चे वहां जाते हैं तो वो लोग मेरे बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर भगा देते हैं।

बता दें कि कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में दया जैन पति स्व. कैलाश चन्द्र जैन ने उल्लेख किया है की मेरे ससुर स्व. मौजीलाल जैन का वर्ष 1985 में देहावसान हो गया। उसके बाद से उक्त भूमि का कब्जा हमें नहीं मिल पा रहा है। मेरे पति कैलाश चन्द्र जैन का कोरोना काल के दौरान निधन हो गया। उनके निधन के बाद मेरे दो बेटों के सामने गुजर बसर की समस्या पैदा हो गई है। दया जैन के दो बेटे है, जिसमे बड़ा बेटा मानसिक रूप से बीमार है। एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि मेरे स्व. ससुर को शासन की ओर से दी गई भूमि का कब्जा दिलवाने की कृपा करें। ऐसा नहीं होने की स्थिति में मैं अपने बच्चों के साथ 14 अगस्त बुधवार को सुबह 10 बजे से आमरण अनशन में बैठूंगी।