लखनऊ. एक तरफ देश में नए साल 2019 के मौके पर जगह-जगह अलग-अलग अंदाज में इसका स्वागत किया गया तो वहीं दूसरी तरफ नए साल की शुरुआत ही डाक विभाग में गड़बड़ियों से हो गई. इस विभागीय लापरवाही से 2019 का शिड्यूल ही बिगाड़ दिया गया और इस वर्ष डाक विभाग में नए साल के कैलेंडर को गलत तिथियों के साथ छाप दिया गया.
लापरवाही यही नहीं रुकी, जिम्मेदारों ने उसे जहां डाकघर में आए लोगों को बांट दिया, वहीं बड़ी शान से उसे मुरादाबाद के मुख्य डाकघर के दीवारों पर भी चस्पा कर दिया गया.
डाक विभाग के बरेली मुख्यालय से आए विभाग के 2019 के कैलेंडर में जून माह तक तो तिथियां सही रहीं, लेकिन उसके बाद सभी तिथियों को गड़बड़ तरीके से छाप दिया गया. 1 जुलाई की शुरुआत सोमवार से होने के बजाय बृहस्पतिवार से कर दी गई. इसके बाद अगस्त माह की शुरुआत बृहस्पतिवार की बजाय सोमवार से कर दी गई. विभागीय गड़बड़ी से कलेंडर ले जाने वाले लोग तिथियों को लेकर असमंजस में पड़ गए, वहीं इतनी बड़ी विभागीय लापरवाही चर्चा का विषय बन गई.
लोगों ने बताया कि उन्हें डाकघर से वर्ष 2019 का गलत कलेंडर दिया गया है. इस तरह की बड़ी लापरवाही गंभीर मामला है. प्रशासनिक अधिकारियों को इसका संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. ग्रामीणों और किसानों को यह कलेंडर देकर उन्हें भ्रमित किया गया है.
इस मामले में डाक विभाग में तैनात अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए. वहीं विभागीय सूत्रों के मुताबिक, यह कलेंडर बरेली जोन से भेजा गया था और गड़बड़ी भी बरेली जोन से हुई है, जिसका पता लगते ही सभी कलेंडर को वापस भेज दिया गया है. सूत्रों के मुताबिक, गड़बड़ी से भरा कलेंडर बड़ी संख्या में छापा गया है. कई लोगों को यहां डाकघर से यही गलत कलेंडर वितरित भी कर दिया गया.