पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा. जिले के सघन अतिसंवेदनशील इलाके पोटाली में पुलिस ने नवीन कैंप लग दिया है. कैंप लगने के बाद भी मंगलवार को ग्रामीण आक्रोशित होकर विरोध में पहुंचे थे. हालांकि जवानों ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया. लेकिन बुधवार को भी इस इलाके की ग्राउंड रिपोर्ट की तो इलाके सन्नाटे से भरी नजर आई. गांव में लगने वाली साप्ताहिक बाज़ार पोटाली नहीं लगी.
कैंप की तरफ बढ़ने के लिए नीलवाया चुलेपारा और रेवाली की तरफ से ग्रामीण कैंप कि तरफ बढ़ने जंगलों से कोशिश करते जरूर नज़र आये. नवीन कैंप पर फोर्स स्टेबल होने की तैयारियों को बढ़ाते नजर आई. कैंप पार दूसरे पारा पुजारीपाल में भी जमा ग्रामीण दिखाई दिए. जिनका विरोध कैंप को लेकरअब भी नजर आ रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि फोर्स उन्हें एक साथ जमा होने नहीं दे रही है.
अरनपुर से साढ़े 10 किलोमीटर दूर पोटाली गांव के पुजारीपाल में लगे इस नवीन कैंप को बैठाने में पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है. आस-पास के जंगलों में सीआरपीएफ, एसटीएफ, डीएफडीआरजी और दंतेश्वरी महिला फाइटर्स की कमांडो जंगलों में एरिया डॉमिनेशन में बड़ी संख्या में लगाई गई है. साथ ही ड्रोन कैमरे के साथ आसमान में दो हेलीकॉप्टर गश्त करते नजर आये.
नीलवाया से पोटाली जाने वाले अंदुरुनी रास्ते को नक्सलियों ने कई जगह काट दिया है. जिसके बाद इस रास्ते से चार पहिया वाहन पोटाली तक नहीं पहुंच सकता है. जिस तरह से एक कैंप को बैठाने में पुलिस को बड़ी ताकत का इस्तेमाल करना पड़ना है. इससे लगता है कि मावोवादियों की सबसे ठोस जमीन पोटाली में है.
इधर, दंतेवाड़ा पुलिस का दावा है कि पूरी स्थिति नियंत्रण व कंट्रोल में है. ग्रामीण मलांगीर एरिया के नक्सलियों के बड़े दबाव की वजह से विरोध में उतरे है. कुछ ग्रामीणों ने फोर्स व महिला कमांडो पोटाली के आस-पास बातचीत कर कैंप लगने से खुशी जाहिर की. ऐसा दावा पुलिस द्वारा भी किया जा रहा है.
एसपी अभिषेक पल्लव ने पुलिस और ग्रामीणों की बातचीत की तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि ग्रामीण कैंप लगने से खुश है. और वे नक्सली दबाव में विरोध करने पहुंचे थे. महिला कमांडो ने ग्रामीण महिलाओं को बिस्कुट पैकेट्स और समान बाटते भी तस्वीरों नजर आई.