शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बिजली संविदा कर्मचारी और आउटसोर्स कर्मचारी (Electricity contract workers and outsourced workers) पांच सूत्रीय मांगों को लेकर काम बंद हड़ताल पर चले गए हैं. उनके हड़ताल को नियमित कर्मचारी संगठन ने भी समर्थन कर दिया है. ऐसे में एमपी में बिजली सप्लाई व्यवस्था ठप हो सकती है. अब नियमित कर्मचारी, आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों के साथ आंदोलन करेंगे. आउटसोर्स और संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के बाद से नियमित कर्मचारी बिजली सप्लाई व्यवस्था संभाल रहे थे.
दरअसल प्रदेश भर में 21 जनवरी से बिजली कर्मचारी हड़ताल पर है. मुख्यमंत्री शिवराज से मुलाकात की मांग पर बिजली कर्मचारी अड़े है, लेकिन अभी तक मुलाकात नहीं पाई है. बिजली कर्मचारी 5 सूत्रीय मांगो संविदा नियमितीकरण, आउट सोर्स का संविलियन, वेतन वृद्धि, OPS को लेकर हड़ताल पर हैं. सभी वर्गों की वेतन विसंगति दूर की जाए औऱ पेंशन ट्रस्ट बनाया जाए.
प्रदेश में 25 हजार नियमित, 45 हजार आउटसोर्स और 6 हजार संविदा कर्मचारी है. मध्य प्रदेश विद्युत अधिकारी कर्मचारी कल्याण संघ, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन, मध्य प्रदेश बाह्म श्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन, विद्युत आउट सोर्स परिषद भोपाल, विंध्य आउट सोर्स कर्मचारी संगठन हड़ताल में शामिल हैं.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक