Pradeep Purohit: भुवनेश्वर. ओडिशा के पूर्व मंत्री नब दास की हत्या की सीबीआई जांच की मांग को लेकर राजनीतिक खींचतान तेज हो गई है. भाजपा सांसद प्रदीप पुरोहित ने आरोप लगाया है कि हत्या के पीछे एक व्यक्ति का मास्टरमाइंड है, जिसकी राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश थी. पुरोहित ने कहा, “मास्टरमाइंड वह व्यक्ति है, जो नवीन पटनायक के बाद मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश रखता था. मेरे पहले के आरोप अब सच साबित हो रहे हैं. आरोपी गोपाल दास महज एक मोहरा था.

इस हत्या के पीछे एक साजिशकर्ता समूह है.” उन्होंने मृतक के परिवार के सदस्यों की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और जांच प्रक्रिया पर भरोसा करने का उनका फैसला उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं और संपत्तियों की सुरक्षा की इच्छा से प्रेरित था. उन्होंने कहा, “एक महत्वपूर्ण समय के दौरान परिवार की चुप्पी गंभीर सवाल खड़े करती है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता की चाहत ने न्याय मांगने पर उन्हें प्राथमिकता दी.”

इस बीच, नब दास की बेटी और झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास ने आज राज्य सरकार से अपने पिता की हत्या की सीबीआई जांच शुरू करने का औपचारिक रूप से अनुरोध करने की मनसा व्यक्त की. मीडिया से बात करते हुए दीपाली ने कहा, “मैंने सरकार और मुख्यमंत्री से मामले की सीबीआई जांच का आदेश देने का आग्रह किया है. हमारा परिवार जांच की प्रगति पर चर्चा कर रहा है और इस संबंध में सरकार को पत्र लिखेगा. अगर सरकार इस मुद्दे के प्रति संवेदनशील है और मेरे दिवंगत पिता का वास्तव में सम्मान करती है, तो मेरा मानना ​​है कि उन्हें यह कदम उठाना चाहिए.”

उन्होंने जांच प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा, “हम जांच में सहायता के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेंगे और हर तरह से इसका समर्थन करेंगे.” गौरतलब है कि 29 जनवरी, 2023 को झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर में पुलिस के पूर्व एएसआई गोपाल दास ने नबा दास को कथित तौर पर गोली मार दी थी. नबा दास को भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था. अगले दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि राज्य सरकार ने ओडिशा अपराध शाखा को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था. दूसरी ओर, राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा हाल ही में किए गए एक खुलासे ने मामले में एक चौंकाने वाला मोड़ ला दिया है.

फोरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, ब्रजराजनगर में अपने वाहन से उतरते समय नबा दास की हत्या करने के लिए कई आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल किया गया था, जो अपराध में अन्य लोगों की संभावित संलिप्तता की ओर इशारा करता है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि नबा दास के वाहन पर उस दिन पांच राउंड गोलियां चलाई गईं. गोपाल दास की बंदूक से तीन गोलियां चलाई गईं, जबकि एक गोली का खोखा अभी भी गायब है. (Pradeep Purohit)