Pradosh Vrat 2025: पौष महीने के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 16 दिसंबर को रात 11:57 बजे शुरू हो रही है. त्रयोदशी तिथि 18 दिसंबर को दोपहर 2:32 बजे खत्म होगी. इस हिसाब से प्रदोष व्रत 17 दिसंबर को रखा जाएगा. प्रदोषकाल में भगवान शिव के अभिषेक का शुभ समय शाम 6:4 बजे से रात 8:41 बजे तक है. प्रदोष के दिन शिवलिंग पर जल, दूध, गंगाजल और फूल के साथ बेलपत्र चढ़ाने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.
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हिंदू मान्यता के अनुसार, हर महीने के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की तेरस को रखे जाने वाले इस व्रत के शुभ फल से भक्त के जीवन के सभी दु:ख दूर हो जाते हैं. माना जाता है कि प्रदोष व्रत जीवन के सभी दोष और रुकावटें दूर करता है. मनोकामनाएं पूरी करता है. इस बार बुध प्रदोष व्रत रखा जाएगा. अगर पूर्ण श्रद्धा के साथ व्रत को किया जाए तो भक्त को भगवान शिव के आशीर्वाद से करियर और बिजनेस में मनचाही सफलता मिलती है.
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विधिवत प्रदोष व्रत को करने से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है. सुखी जीवन का वरदान प्राप्त होता है. ये साल का आखिरी प्रदोष व्रत बुधवार को रहने वाला है. पौष मास की कृष्ण त्रयोदशी के दिन रखा जाएगा. बुधवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत ज्ञान, वाणी और कारोबार के क्षेत्र में तरक्की दिला सकता है. बुध प्रदोष का व्रत करने से व्यक्ति को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. बुध प्रदोष के दिन शाम में शिव पूजन करने का विधान है.
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