Pradosh Vrat: प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि भगवान महादेव की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन भोले के भक्त प्रदोष व्रत रखते हैं. साल का पहला सोम प्रदोष व्रत 27 जनवरी को मनाया जाएगा. प्रदोष काल में भोलेनाथ और देवी पार्वती की विधिवत पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
भगवान शिव की पूजा करते समय प्रदोष का व्रत रखना और शिव मंत्रों का जाप करना बहुत फलदायी माना जाता है. प्रदोष व्रत के दिन नटराज स्तुति मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है. इस बार प्रदोष व्रत के दौरान नटराज स्तुति मंत्र का जाप करें.
शिव मंत्र जप के लाभ
शिव मंत्रों का जाप करने से ऊर्जा मिलती है. मन शान्त हो जाता है. इन मंत्रों का जाप करने से तनाव कम होता है और मन आध्यात्मिक ऊर्जा से भर जाता है. इस दौरान शिव मंत्रों के साथ-साथ नटराज स्तुति मंत्र का पाठ करना भी लाभकारी होता है.
नटराज स्तुति मंत्र के जाप के लाभ (Pradosh Vrat)
मन की शांति
नटराज स्तुति मंत्र करने से मन में शांति प्राप्त होती है और तनाव दूर होता है.
बीमारियों से मुक्ति (Pradosh Vrat)
नटराज स्तुति मंत्र का जाप करने से कई प्रकार की बीमारियों से मुक्ति मिलती है.
सुख और समृद्धि
नटराज स्तुति मंत्र का जाप करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है.
इच्छाओं की पूर्ति
नटराज स्तुति मंत्र मनोकामनाओं को पूरा करने में मदद करता है.
शनि दोष के लिए उपाय (Pradosh Vrat)
शनि दोष से पीड़ित लोगों के लिए नटराज स्तुति मंत्र बहुत फायदेमंद है.
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