दिल्ली. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर लंबे समय से चल रहे कयासों के बाद आखिरकार भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई है। सदस्यता लेने के बाद साध्वी ने बीजेपी कार्यालय में पार्टी के नेताओं के साथ बैठक भी की। इस बैठक में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, रामलाल, सुहास भगत, अनिल जैन, प्रभात झा जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे।

इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि यदि संगठन का आदेश होगा तो वह ‘धर्मयुद्ध’ लड़ने के लिए तैयार हैं। साध्‍वी ने कहा था कि जिस दिग्विजय सिंह ने हिंदू धर्म को पूरे विश्व में बदनाम किया। भगवा ध्‍वज को आतंकवाद का रूप बताया। अध्‍यात्‍म और त्‍यागमय जीवन पर आक्षेप किए और राष्‍ट्रधर्म को कलंकित किया।

साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि अभी तक मैं किंगमेकर की भूमिका में थी लेकिन अब यदि संगठन के आदेश पर किंग बनना पड़े तो वे इसके लिए तैयार हूं। मालेगांव विस्फोट कांड की वजह से सुर्खियों में आई साध्वी प्रज्ञा सिंह का नाम ज्यादा चर्चा में था। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर मध्य प्रदेश के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं। परिवारिक पृष्ठभूमि के चलते वे संघ व विहिप से जुड़ी और फिर बाद में संन्यास धारण कर लिया। 2008 में हुए मालेगांव बम विस्फोट में उन्हें गिरफ्तार किया गया गया। हाल ही में वे दोषमुक्त हुई हैं।

आपको बता दें कि मालेगांव ब्लास्ट केस में जांच एजेंसियों ने आरोपी साध्वी प्रज्ञा को टॉर्चर करने के लिए उनको पोर्न फिल्में दिखाईं। ये सनसनीखेज दावा इसी केस के एक अन्य आरोपी सुधाकर चतुर्वेदी ने किया था। चतुर्वेदी के मुताबिक़, साध्वी प्रज्ञा को जांच अधिकारियों द्वारा टार्चर के नाम पर लैपटॉप पर पॉर्न मूवी और अश्लील फोटो दिखाई जाती थी।

आपको बता दें कि 29 सितंबर 2008 को मालेगांव में ब्लास्ट हुआ था। ब्लास्ट के लिए बम को मोटर साईकिल में लगाया गया था। शुरुआत में घटना की जांच महाराष्ट्र पुलिस की एटीएस ने की थी। प्रज्ञा ठाकुर की गिरफ्तारी भी एटीएस ने की थी। गिरफ्तारी का आधार ब्लास्ट में उपयोग की गई मोटर साईकिल थी। यह मोटर साईकिल प्रज्ञा ठाकुर के नाम रजिस्टर्ड थी।