रायपुर. पत्रकार राजदीप सरदेसाई को दिए इंटरव्यू में अन्ना आंदोलन के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूपण ने स्वीकार किया है कि 2012 में यूपीए सरकार के खिलाफ शुरु हुए आंदोलन को आगे बढ़ाने में आरएसएस और बीजेपी थी. उन्होंने कहा कि उस समय वे इस बात से अनजान थे. उन्होंने ये भी कहा कि अन्ना भी इस बारे में नहीं जानते थे. बल्कि संभवत: अरविंद केजरीवाल जानते थे.
प्रशांत भूषण और उनके पिता शांति भूषण ने सरदेसाई को दिए इंटरव्यू में आपातकाल की इंदिरा और मौजूदा मोदी के शासनकाल की तुलना पर भी अपना जवाब दिया. दोनों ने माना कि इंदिरा के आपातकाल में विरोध के लिए गुंजाइश थी लेकिन आज बिल्कुल नहीं है. शांति भूषण ने अपने जवाब में एक वाकये का ज़िक्र भी किया.
दिग्विजय सिंह शुरु से बताते रहे हैं इसे आरएसएस प्रायोजित आंदोलन
इंटरव्यू के इस हिस्से का वीडियो कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने शेयर करते हुए लिखा है कि इस आंदोलन के पीछे आरएसएस के होने की बात तब भी कहते थे लेकिन तब लोग उनका मखौल उड़ाते थे.
गौरतलब है कि 2012 में दिल्ली में हुए अन्ना आंदोलन से तात्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ देशव्यापी आक्रोश उपजा और 2014 में मोदी को सत्ता तक पहुंचाने में कामयाब रहा.