भोजपुर। जन सुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर गुरुवार को भोजपुर जिले के बीरमपुर हाई स्कूल प्रांगण पहुंचे, जहां उनका स्वागत अनोखे अंदाज में बुलडोजर से फूलों की वर्षा कर किया गया। इस जनसभा में महिलाओं की भारी भागीदारी दिखी, हजारों की संख्या में महिलाएं कार्यक्रम में मौजूद रहीं। सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति और नेताओं पर तीखे तंज कसे। उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा, तेजस्वी यादव कलम बांट रहे हैं, पहले उसी कलम से खुद 10वीं पास कर लें। बिहार को नेता नहीं, शिक्षित युवा चाहिए।

बिहार की सबसे बड़ी परेशानी बेरोजगारी

प्रशांत किशोर ने कहा कि आज भी बिहार की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी और शिक्षा की कमी है। उन्होंने कहा, लालू और नीतीश ने बच्चों को पीठ पर बोरा ढोने पर मजबूर कर दिया। जन सुराज की सोच है कि बच्चे बोरा नहीं, पीठ पर स्कूल बैग लेकर चलें। शिक्षा ही गरीबी से मुक्ति का रास्ता है।

लालच में वोट दिया

उन्होंने लोगों से सवाल किया कि क्या आपने कभी बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए वोट दिया? हमने 5 किलो अनाज और सिलेंडर के लालच में वोट दिया, लेकिन आज अनाज कम मिला, सिलेंडर महंगा हो गया और रोजगार अब भी सपना है।

मोदी पर साधा निशाना

मोदी सरकार पर भी निशाना साधते हुए किशोर ने कहा कि गुजरात में फैक्ट्री लग रही है और बिहार के बच्चे वहां मजदूरी कर रहे हैं। पाकिस्तान के चार टुकड़े करने से बिहार की गरीबी खत्म नहीं होगी। अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए, मंदिर-सड़क बाद में भी बन सकते हैं।

क्या नीतीश को सीएम बनाना चाहिए?

सभा में जब उन्होंने पूछा कि क्या नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना चाहिए, तो हजारों लोगों ने हाथ उठाकर ‘बाय-बाय’ कह दिया। उन्होंने कहा कि इस बार अगर प्रधानमंत्री मोदी भी नीतीश के लिए वोट मांगने आएं, तब भी उन्हें वोट नहीं देना है।

आखिर में उन्होंने अपील की कि अगली बार वोट लालू, नीतीश या मोदी के चेहरे पर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य को देखकर दीजिए। बिहार में अब जनता का राज होना चाहिए, नेताओं का नहीं।