नई दिल्ली. प्रशांत किशोर कब कांग्रेस की टीम में शामिल होंगे इस बात पर अब विराम लग गया है. सोमवार को जब कांग्रेस के आला नेताओं की बैठक शुरू हुई तो ये उम्मीद की जा रही थी कि जल्द ही पीके के कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा होने वाली है. लेकिन इन सभी चर्चाओं पर अब फुल स्टॉप लग चुका है. प्रशांत किशोर अब कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं होंगे.

कई बैठकों की चर्चाओं और स्पेशल कमेटी की रिपोर्ट के बाद कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने साफ कर दिया है कि प्रशांत किशोर अब कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे. सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने एक एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप 2024 का गठन किया और प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी देते हुए ग्रुप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया. लेकिन, उन्होंने मना कर दिया. हम पार्टी को दिए गए उनके प्रयासों और सुझावों की सराहना करते हैं.

600 पन्नों का प्रेजेंटेशन

प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को 600 पेज का प्रेजेंटेशन भी दिया था. जिसमें ये बताया गया था कि पार्टी को सत्ता में वापसी के लिए क्या करना होगा. हालांकि कांग्रेस के कई दिग्गजों ने प्रशांत से किनारा कर लिया था.

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रणनीति को लेकर चर्चा

जानकारी के मुताबिक रणदीप सुरजेवाला ने 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर कहा था कि इसका फैसला एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप ही करेगा. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस कार्यालय में हुई मीटिंग में कांग्रेस ने भविष्य को लेकर बड़ा फैसला लिया गया. जिसके तहत कांग्रेस ने 6 नई कमेटियां बनाई. इन 6 कमेटियों के अलग-अलग संयोजक के तौर पर मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, पी. चिदंबरम, मुकुल वासनिक, भूपेंदर सिंह हुड्डा और अमरिंदर सिंह वड़िंग को जिम्मेदारी दी गई है.

प्रशांत को हरी झंडी देने बनाई गई थी कमेटी

दरअसल सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर की ओर से दिए गए प्रेजेंटेशन और उनके पार्टी में शामिल होने पर विचार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की कमेटी गठित की थी. इस कमेटी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सोमवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी. प्रशांत पर फैसला लेने के लिए कमेटी के सदस्य केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश और प्रियंका गांधी वाड्रा 10 जनपथ गए थे.

बताया जा रहा है कि कमेटी चाह रही थी कि प्रशांत दूसरे सभी राजनीतिक दलों से दूरी बना लें और पूरी तरह कांग्रेस के लिए काम करें. प्रशांत किशोर ने सुझाव दिया था कि कांग्रेस, ममता बनर्जी की TMC और केसीआर की TRS जैसी रीजनल पार्टीज से गठबंधन कर ले.