bihar badlav rally पटना। बिहार में इस साल चुनाव होने है। बिहार में सियासी उलटफेर को लेकर
कई तर​ह की अटकलें लगाई जा रही है। जहां एक तरफ कांग्रेस और महागठबंधन इस बार सत्ता में वापसी के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहें है वहीं इस बार एक और नई पार्टी ने बिहार चुनाव में ताल ठोक दिया है।

अपनी​ किस्मत आजमाएगी

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी इस बार बिहार चुनाव में अपनी​ किस्मत आजमाएगी। अब उनकी पार्टी को जनता का कितना समर्थन मिलता है ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन बीते करीब 20 साल से बिहार की सियासत नीतीश कुमार के इर्द-गिर्द घूम रही है

बिहार को एक नई दिशा की जरूरत है

11 अप्रैल को प्रशांत किशोर की बिहार बदलाव रैली को चुनावी शंखनाद माना जा रहा है। प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में जन सुराज की “बिहार बदलाव रैली” के बारे में कहा था कि रैली उन लोगों के लिए एक मंच बनेगी, जो मानते हैं कि बिहार को एक नई दिशा की जरूरत है, एक ऐसी व्यवस्था जो राज्य को दूसरे विकसित राज्यों के सामान आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सके।

‘बिहार बदलाव यात्रा’ शुरू होगी

प्रशांत किशोर ने आज जमुई में घोषणा की कि 20 मई को सिताबदियारा से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ शुरू होगी, जिसका उद्देश्य जयप्रकाश नारायण के अधूरे सपने को पूरा करना है। उन्होंने पीएम मोदी पर बिहार को कम प्राथमिकता देने का आरोप लगाया और कहा कि बिहार को फैक्ट्रियों की जरूरत है, न कि केवल नई ट्रेनों की।

जमुई में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि 20 मई को जय प्रकाश नारायण की जन्मभूमि सिताबदियारा से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ की शुरुआत होगी। बिहार में बदलाव लाने और संपूर्ण क्रांति के रूप में व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से यह यात्रा शुरू की जाएगी।