Prashant Kishore News: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। इस बीच प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब तक चुनावी रणनीतिकार के रूप में पहचान बनाने वाले प्रशांत किशोर (पीके) ने विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे रोहतास जिले की करगहर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे।

अब समय आ गया है कि….-पीके

दरअसल कल मंगलवार को समर्थकों की भारी भीड़ के बीच प्रशांत किशोर ने औपचारिक रूप से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि, बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और इसी बदलाव की शुरुआत करगहर से होगी।

पीके ने कहा कि, बिहार की राजनीति को मैंने लंबे समय से करीब से देखा है। अब समय आ गया है कि पुरानी राजनीति की जगह विकास और नई सोच की राजनीति स्थापित की जाए। जनता से जो वादे किए गए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए ही मैं राजनीति में आया हूं।

क्यों अहम है करगहर सीट?

आपको बता दें कि करगहर विधानसभा सीट राजनीतिक दृष्टि से हमेशा चर्चा में रही है। दरअसल यहां जातीय समीकरण और स्थानीय मुद्दे चुनावी परिणाम तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 3,24,906 मतदाता थे और 59.85% मतदान दर्ज किया गया था। ऐसे में प्रशांत किशोर की एंट्री से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।

विपक्ष और सत्ता पक्ष में हलचल

प्रशांत किशोर के मैदान में उतरने के ऐलान के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों खेमों में हलचल तेज हो गई है। जहां उनके समर्थक इसे “नई राजनीति की शुरुआत” करार दे रहे हैं, वहीं विरोधी दल उनकी महत्वाकांक्षा पर सवाल उठा रहे हैं।

त्रिकोणीय मुकाबले के आसार

बिहार में अब तक जेडीयू-बीजेपी गठबंधन और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर देखने को मिलती रही है। लेकिन प्रशांत किशोर के मैदान में आने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार बन गए हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पीके भले ही पहली बार चुनाव लड़ रहे हों, लेकिन उनकी रणनीतिक पकड़ और जनता के बीच बढ़ता प्रभाव करगहर सीट पर नया समीकरण खड़ा कर सकता है।

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