Prashant Kishore: BPSC छात्रों के आंदोलन को समर्थन करने के लिए प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस बीच अपने वैनिटी वैन को लेकर अचानक वे राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के निशाने पर आ गए है. दरअसल, कई हाईटेक सुविधाओं से लैस वैनिटी वैन की तस्वीरें वायरल होते ही प्रशांत किशोर की आलोचना शुरू हो गई है, जिसे लेकर बीजेपी और आरजेडी के नेताओं ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधा है.

‘कहां से इतना पैसा आ रहा है?’

बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर पैसा बोलता है. 4 करोड़ का वैनिटी वैन आप मंगवाएं हैं. हर दिन 25 लाख रुपए किराया आप देते हैं. कहां से इतना पैसा आ रहा है? जो आदमी 4 करोड़ की वैनिटी वैन में फ्रेश होता है वह चला है BPSC अभ्यर्थियों के लिए आंदोलन करने, गरीबों के बच्चों के लिए धरने पर बैठे प्रशांत किशोर आपको शर्म आनी चाहिए.

‘आंदोलन के नाम पर हो रही राजनीति’

RJD प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि, गांधी मैदान में सारी लग्जरी सुविधाओं से लैस 25 लाख रुपये प्रतिदिन के खर्चे पर वैनिटी वैन का इस्तेमाल प्रशांत किशोर के द्वारा किया जाना कहीं ना कहीं सत्ता के द्वारा आंदोलन को दिगभ्रमित करने का प्रयास स्पष्ट रूप से दिखता है. इस तरह की सुविधा से आंदोलन के नाम पर किस तरह की राजनीति की जा रही है एक व्यक्ति के द्वारा उसकी पोल खुल गई है.

बाथरूम कहां मैं करूं- प्रशांत किशोर

वैनिटी वैन को लेकर खड़े हुए विवाद पर प्रशांत किशोर ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है. पीके ने कहा कि, मैं तीन दिन से आमरण अनशन पर हूं. एक दिन भी वैनिटी वैन मैं सोया नहीं हूं. यहीं पर बैठा हुआ हूं. वैनिटी वैन को जो लोग मुद्दा बना रहे हैं, उनसे कहना चाहता हूं आइये और ठंड में एक रात बिताइए. जब मैं यहां पर अनशन पर हूं तो बाथरुम करने कहीं तो जाऊंगा ना, मेरे वैसे संस्कार नहीं हैं कि रोड के किनारे जाकर गंदगी फैलाएं, बाथरूम कहां मैं करूं?

प्रशांत ने आगे कहा कि, BJP वाले स्वच्छ भारत अभियान चला रहे हैं. 2-3 बाथरुम यहां लगवा दें. क्या एक बस का एक दिन का किराया 25 लाख रुपये होता है? BJP- राजद को कुछ पता ही नहीं है. बस बयानबाजी करना है. 25 लाख रुपये में तो पूरी बस आ जाएगी.

‘रि-एग्जाम लीपापोती का एक तरीका है’

वहीं आज हो रहे रि-एग्जाम को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा कि, मैं पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहा हूं. रि-एग्जाम एक बहाना है. लीपापोती का एक तरीका है. 5 लाख बच्चों ने परीक्षा दी आरोप है कि अनियमितता हुई सिर्फ 15,000 बच्चों को दोबारा परीक्षा देने का मौका मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि, आधे से ज्यादा सीटें बेच दी गई हैं, इसलिए तो परीक्षा रद्द नहीं हो रही है. 30 लाख से एक करोड़ तक में सीटें बेची गई है. मैं चाहता हूं कि अभ्यर्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री मिल लें. मुख्यमंत्री अगर बच्चों की मांग मान लेंगे तो अनशन पर नहीं बैठूंगा.

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