पटना। बिहार सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। बिहार सरकार ने 27 दिन पहले ही इसकी अधिसूचना जारी कर दी। वर्तमान विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत को एक महीने के लिए मुख्य सचिव के कार्यालय में विशेष कार्य पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बताया जाता है कि यह पहली बार हुआ है कि नए मुख्य सचिव की अधिसूचना 1 महीने पहले जारी कर दी गई है। आईएएस प्रत्यय अमृत 1 सितंबर से बिहार के मुख्य सचिव होंगे। वर्तमान मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा 31 अगस्त को रिटायर हो रहें है। प्रत्यय अमृत 1991 बैच के बिहार कैडर के अधिकारी हैं और वे वर्तमान में राज्य प्रशासन में एक भरोसेमंद और सक्षम अफसर के रूप में जाने जाते हैं। उनका प्रशासनिक अनुभव, ईमानदार छवि और विकास कार्यों में सक्रियता उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है।

शैक्षणिक पृष्ठभूमि और परिवार

प्रत्यय अमृत का जन्म बिहार के गोपालगंज जिले में हुआ था। उनके पिता रिपुसूदन श्रीवास्तव बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में फिलॉसफी के प्रोफेसर रहे हैं। उनकी माता कविता वर्मा भी एक शिक्षिका थीं। प्रारंभिक शिक्षा के बाद प्रत्यय ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक किया और फिर प्राचीन इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएशन कर टॉप किया। उन्हें दिल्ली के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज में लेक्चरर बनने का भी प्रस्ताव मिला था, लेकिन उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी चुनी और दूसरे प्रयास में UPSC परीक्षा पास कर ली।

प्रशासनिक करियर और उपलब्धियां

आईएएस बनने के बाद प्रत्यय अमृत ने बिहार में कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी। वे बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड (BRPNN) का नेतृत्व करने वाले पहले आईएएस अधिकारी बने। जब उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली, उस समय निगम आर्थिक और प्रबंधन संकट से जूझ रहा था, लेकिन प्रत्यय अमृत के नेतृत्व में इस निगम ने अभूतपूर्व प्रगति की। उनके कार्यकाल में राज्य भर में सड़कें और फ्लाईओवर का जाल बिछा और गांव-गांव तक बिजली पहुंचाने का अभियान तेज हुआ। उन्होंने रोड कनेक्टिविटी, ग्रामीण विद्युतीकरण और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग में रहते हुए उन्होंने न केवल सूझबूझ से संकट का प्रबंधन किया, बल्कि कोरोना महामारी के समय स्वास्थ्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला और राज्य सरकार के प्रयासों को मजबूती दी।

सम्मान और पुरस्कार

प्रत्यय अमृत को उनके उत्कृष्ट प्रशासनिक योगदान के लिए वर्ष 2011 में भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री लोक प्रशासन उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। यह सम्मान उनकी काबिलियत और निष्ठा को दर्शाता है।

भाषा और संस्कृति से जुड़ाव

अपने आईएएस प्रशिक्षण के दौरान प्रत्यय अमृत ने झारखंड के दुमका में आदिवासी भाषा संताली भी सीखी थी, जिससे उनकी जमीनी जुड़ाव और स्थानीय लोगों के साथ बेहतर संवाद की क्षमता झलकती है।