प्रयागराज. संगम नगरी में एक बार फिर से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. गंगा और यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा का जलस्तर 3.6 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ रहा है. वहीं यमुना का जलस्तर 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे बढ़ रहा है. हालांकि दोनों नदियां खतरे के निशान से 1 मीटर 744 सेंटीमीटर नीचे हैं. लेकिन बढ़ते जलस्तर ने लोगों को फिर से चिंता में डाल दिया है. वहीं दूसरी ओर गंगा नदी पांचवीं बार बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश कर चुकी हैं. गंगा जी ने बड़े हनुमान जी का अभिषेक किया, पूजा अर्चना के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए.

जानकारी के मुताबिक शनिवार सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 82.08 मीटर, छतनाग में 81.51 मीटर और यमुना का नैनी में 82.03 मीटर दर्ज किया गया था. बढ़ते जलस्तर के कारण इस साल पांचवीं बार बड़े हनुमान मंदिर के गर्भगृह में पानी प्रवेश कर गया. शुक्रवार देर शाम गंगा और यमुना ने मंदिर का ‘अभिषेक’ किया था.

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बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है. सभी 88 बाढ़ चौकियों को सतर्क किया गया है और सिंचाई विभाग का कंट्रोल रूम 24 घंटे जलस्तर की निगरानी कर रहा है. प्रशासन ने निचले इलाकों के निवासियों से सुरक्षित स्थानों या बाढ़ राहत शिविरों में जाने की अपील की है.