भोपाल. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक गर्भवती महिला पति की वेंटिलेटर पर मौत हो जाने की आशंका से निर्माणाधीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल से नीचे छलांग लगा दी. जिससे महिला और उसके जुड़वां बच्चों की आंख खुलने से पहले ही मौत हो गई. उसके कुछ देर बाद पति की भी मौत हो गई.
मिली जानकारी के मुताबिक यह घटना सोमवार भोपाल के कोलार के स्वरूप साईंनाथ नगर में दो बजे की है. मनोज को खांसी और बुखार का चैकअप करने के बाद डॉक्टरों ने तकलीफ ज्यादा बढ़ने का हवाला देकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कर लिया. गायत्री को सात महीने का गर्भ था, लिहाजा मनोज ने उन्हें अस्पताल आने के लिए मना कर दिया. सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे गायत्री ने अस्पताल में मौजूद देवर तरुण को फोन किया और पति का हाल चाल पूछा तो देवर ने कहा कि भाभी आप अस्पताल आ जाओ.
पत्नी घबरा गई औऱ पति को वेंटिलेटर पर मौत हो जाने की आशंका से वह घर के पास स्थित बिल्डिंग के चौथी मंजिल से छलांग लगा दी. पड़ोसियों की मदद से उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां खून से लथपथ हालत में उसने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया और खुद दम तोड़ दिया. करीब तीन घंटे बाद दोनों मासूम बच्चों की भी मौत हो गई. उनके कुछ देर बाद वेंटिलेटर पर चल रहे पति की भी मौत हो गई. इस तरह एक पूरे परिवार की राम लीला ही समाप्त हो गई.
महिला के भाई ने बताया कि मनोज की पत्नी को लगा कि पति की मौत हो गई है और अब जीने के क्या फायदा. इसलिए उसने चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी. भाई ने बताया कि शादी के 10 साल बाद भी गायत्री को कोई संतान नहीं हुआ था. इस बार हुआ तो वो भी बच नहीं सकी.