सत्या राजपूत, रायपुर। पीलिया से ग्रसित गर्भवती महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. महिला का मेकाहारा में इलाज चल रहा था. महिला की मौत के पीछे डॉक्टर पेट के भीतर बच्चे की मौत के बाद फैले इन्फेक्शन से मल्टी आर्गन फैल्योर को कारण बता रहे हैं.

जिला अस्पताल अधीक्षक रवि तिवारी ने बताया कि कापा निवासी अनीता निषाद (30 वर्ष) को 17 अप्रैल को पंडरी स्थित जिला अस्पताल में पीलिया के इलाज के लिए भर्ती किया गया था.

गर्भवती होने के कारण 18 अप्रैल को काली बाड़ी मातृ एवं शिशु चिकित्सा जिला अस्पताल रेफ़र किया गया, मातृत्व एवं शिशु चिकित्सालय काली बाड़ी से 21 अप्रैल को परिजनों द्वारा लामा किया गया था. पीलिया के साथ में किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन होने से मल्टी ऑर्गन फेल्योर का संभावना होती है.

उन्होंने महिला की मौत को दुखद बताते हुए कहा कि महिला पांच महीने की प्रेग्नेंट थी. पिछले कई दिनों से पेट में बच्चे मोमेंट नहीं था. पेट में ही बच्चे की मौत होने के कारण इन्फेक्शन होने का ख़तरा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से मल्टी ऑर्गन फेल्योर की संभावना और भी बढ़ जाती है.

मेकाहारा के अधीक्षक डॉ. विनीत जैन ने बताया कि 25 अप्रैल को बेहोशी की हालात में महिला भर्ती हुई थी. उस दौरान पेट में ही बच्चे की मौत हो गई थी. 27 अप्रैल की सुबह मृत बच्चे को बाहर निकाला गया और 29 तारीख़ यानी आज महिला की मौत हो गई.

उन्होंने कहा कि आशंका इस बात की है कि बच्चे की पेट में मौत होने के कारण महिला की मौत हुई है. हमारे पास महिला आयी थी तो पीलिया नहीं था. वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीरा बघेल ने बताया कि इस मरीज़ को भी पीलिया तो था, लेकिन मौत का कारण मल्टी ऑर्गन फेल्योर है.