मध्यप्रदेश में नगर निगम और त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई है। ग्वालियर में सोमवार को चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में प्रशासन की बैठक हुई। बैठक में संभावित चुनाव को लेकर कार्य योजना भी बनाई गई।

कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। जिला प्रशासन भी चुनावी तैयारियों में जुट गया है। जिले में निकाय और पंचायत चुनाव दोनों के लिए 600 संवेदनशील केंद्र बताए गए हैं। अब एफएलसी की तैयारी की जा रही है। चुनाव के लिए 7000 का अमला लगेगा, जिसको लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है। जिले में ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग के लिए 19 मई को हैदराबाद से 14 इंजीनियरों की टीम आएगी। इस समय कम है तो ज्यादा इंजीनियर बनवाए गए है। प्रशासन ने निगम और पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर एक रिपोर्ट सरकार को भेजी है प्रशासन ने दोनों चुनाव एक साथ कराने में पुलिस की कमी का हवाला दिया है। राजनीतिक दल भी चुनाव को लेकर तैयारी में जुटे हुए हैं।

इसी के साथ महापौर के चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से कराए जाने की घोषणा पर अंतिम मुहर लगती है तो मतदान केंद्रों पर पार्षद के साथ-साथ महापौर के लिए भी बुलेट यूनिट लगानी होगी, कंट्रोल यूनिट एक ही रहेगी। इससे सरकारी मशीनरी की कसरत भी बढ़ेगी और मतगणना में भी समय लगेगा। साथ ही अफसरों ने भ्रमण कर स्ट्रांग रूम के लिए जीवाजी यूनिवर्सिटी और साइंस कॉलेज को तय कर ही दिया है। वहीं पंचायत चुनाव के लिए झांसी रोड स्थित डॉक्टर अंबेडकर पॉलिटेक्निक कॉलेज को स्ट्रांग रूम बनाया जाएगा। जानकारी आशीष तिवारी– प्रभारी कलेक्टर ग्वालियर ने दी।

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