नई दिल्ली. राजधानी में मौजूद राष्ट्रीय रेल संग्रहालय को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके लिए रेलवे बोर्ड ने संग्रहालय को न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रिवेन्यू आइडिया स्कीम (NINFRIS) में शामिल किया है. इसके तहत अनोखी योजना लाने वाले शख्स को 2 वर्ष तक कार्य करने की अनुमति मिल सकेगी.

रेलवे सूत्रों ने बताया कि चाणक्यपुरी में बने संग्रहालय में दर्शकों की संख्या कम रहती है. एक सप्ताह में यहां पर लगभग 3 हजार दर्शक घूमने के लिए आते हैं. अधिकारियों का मानना है कि इस संग्रहालय को कुछ अनोखी पहल के साथ एक बेहतरीन पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है, इसलिए संग्रहालय को एनआईएनएफआरआई योजना में शामिल किया गया है. इसके लिए लोगों से अनोखे विचार (इनोवेटिव आइडिया) मांगे गए हैं. यह विचार ऐसा होना चाहिए, जिससे रेलवे को आमदनी हो और यहां आने वाले पर्यटकों की भी उसमें रुचि दिखे.

रेलवे की कार्यकारी निदेशक आशिमा मेहरोत्रा की तरफ से जारी आदेश में बताया गया है कि संग्रहालय को बेहतर बनाने के लिए अगर कोई अच्छी योजना लेकर आता है तो उसे डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) 1-1 साल के लिए 2 बार कार्य करने की अनुमति दे सकते हैं. वहीं, अगर इस पहल से रेलवे को लाभ होगा तो महाप्रबंधक 3 साल के लिए इस योजना को और बढ़ा सकते हैं. सूत्रों ने बताया कि किसी भी पहल को मंजूरी देने से पूर्व अधिकारी यह देखेंगे कि उससे संग्रहालय पर किस प्रकार का प्रभाव पड़ेगा और इससे कितनी आमदनी होगी. पहल को विस्तार देने के समय आवेदक को नवीनीकरण शुल्क जमा कराना होगा.

अनोखी योजना लाने वाले शख्स को कुल पांच साल तक संग्रहालय में काम करने का अवसर दिया जा सकता है. पहले यह मंजूरी रेलवे बोर्ड की ओर से दी जाती थी, लेकिन अब डीआरएम और महाप्रबंधक के स्तर पर ही यह मंजूरी मिल सकेगी.

योजना के तहत देशभर में कई स्थानों पर कार्य चल रहे

रेलवे मंत्रालय की ओर से 2017-18 में शुरू की गई इस योजना के तहत कारोबार के लिए अनोखे विचार देने वाले व्यक्ति को अधिकारी काम करने का मौका देते हैं. इससे न केवल रेलवे कारोबारी को मौका देकर आमदनी करती है, बल्कि कई जगहों पर अपने खर्च भी बचाती है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस योजना के तहत कई महत्वपूर्ण कार्य सफल रूप से चल रहे हैं.

2022-23 में 580 करोड़ की कमाई हुई

सूत्रों ने बताया कि इस योजना से रेलवे के राजस्व में करोड़ों रुपये की आमदनी हो रही है. वर्ष 2021-22 में जहां इसके माध्यम से 200 करोड़ से ज्यादा का राजस्व रेलवे को मिला तो वहीं वर्ष 2023-24 में 580 करोड़ से ज्यादा की कमाई इस योजना से रेलवे को हुई है.

रेलवे बोर्ड ने न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रिवेन्यू आइडिया स्कीम में शामिल किया, अनोखी योजना लाने वाले शख्स को दो साल कार्य करने की अनुमति मिल सकती है