रायपुर. राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को वोट डाले जाएंगे, लेकिन उससे पहले तमाम राज्यों में समीकरण बनते और बिगड़ते नजर आ रहे हैं. हरियाणा में मामला फंसता हुआ दिख रहा है. यहां कांग्रेस को किसी भी तरह अपने विधायकों को एकजुट रखना पड़ रहा है, क्योंकि अगर एक भी वोट कम पड़ा तो सीट गंवानी पड़ सकती है. इसके चलते अब विधायकों को हरियाणा से छत्तीसगढ़ शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हो चुकी है.

11 कांग्रेस विधायकों को छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित एक रिसॉर्ट में रखने की चर्चा चल रही है. इस मामले में मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा मुझे इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन अब यह आम परिपाटी हो चुकी है और सभी दल अपने-अपने विधायकों को सुरक्षित रखना चाहते हैं.

हरियाणा में किसी भी उम्मीदवार को जीत के लिए 31 पहली वरीयता वाले वोटों की जरूरत है. वहीं कांग्रेस के पास भी इतने ही विधायक हैं. उधर बीजेपी के 41 विधायक हैं और 10 विधायक सहयोगी जेजेपी के पास हैं. 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी बीजेपी के पास है. ऐसे में कांग्रेस से अगर विधायक छिटकते हैं तो राज्यसभा सीट हाथ से निकल सकती है. बीजेपी की एक सीट तो तय है, वहीं दूसरी सीट पर अजय माकन और कार्तिकेय शर्मा के बीच कांटे की टक्कर है.

तीसरे उम्मीदवार ने बढ़ाई कांग्रेस की मुश्किलें
हरियाणा में कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है, क्योंकि यहां जो पिक्चर बन रही है वो काफी दिलचस्प है. ये हालात इसलिए बने हैं, क्योंकि दो सीटों पर होने वाले चुनाव में तीन उम्मीदवार मैदान में उतर गए हैं. बीजेपी की तरफ से कृष्ण लाल पंवार ने नामांकन किया है, वहीं कांग्रेस ने अजय माकन को अपना उम्मीदवार बनाया है, लेकिन कांग्रेस के पूर्व नेता विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल कर चुनाव को रोचक बना दिया. शर्मा को बीजेपी और उसकी सहयोगी पार्टी जेजेपी का समर्थन हासिल है.