रायपुर। प्रभारी मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने आज मंत्रालय महानदी भवन में स्टेट स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में प्रदेश में कोरोना टीकाकरण की तैयारियों की समीक्षा की. बैठक में प्रभारी मुख्य सचिव साहू ने कहा कि 16 जनवरी को कोरोना वेक्सीनेशन प्रोग्राम की लॉन्चिंग के बाद छत्तीसगढ़ में भी टीकाकरण की शुरूआत की जाएगी. मुुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार टीकाकरण की सभी तैयारियां प्रदेश में पूरी कर ली गई हैं. हेल्थ केयर वर्क्स को सबसे पहले टीके लगाए जाएंगे. छत्तीसगढ़ में कोविड-19 टीकाकरण लॉन्च के लिए 99 वेक्सीनेशन साइट निर्धारित किए गए हैं. 16 जनवरी को टीकाकरण लॉन्चिंग दिवस पर भारत सरकार के साथ टू-वे-इन्टरेक्शन के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर और महारानी अस्पताल बस्तर को चिन्हित किया गया है.

बैठक में प्रभारी मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने अधिकारियों को मेडिकल प्रोटोकॉल के अनुसार सुरक्षित टीकाकरण अभियान का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जनजागरूकता के लिए सभी विभागों के समन्वय से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाए. उन्होंने बैठक में बताया कि छत्तीसगढ़ को कोविशील्ड वेक्सीन की 3 लाख 32 हजार डोज मिली है. इनमें से प्रथम डोज के लिए वेक्सीन बुधवार 13 जनवरी को प्रदेश के 18 जिलों में भेज दिए गए हैं. शेष जिलों को आज भेजे जा रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार प्रदेश के जिलों में टीकों के वितरण, परिवहन और भण्डारण की स्थिति की समीक्षा की. कोविड-19 वेक्सीन की दूसरी डोज जिलों को 28 दिनों बाद भेजी जाएगी. टीकाकरण के लिए चिन्हित हर व्यक्ति को टीके की दो डोज लगाई जाएगी. प्रभारी मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरी डोज के लिए भी वेक्सीन का पर्याप्त स्टाक रखना सुनिश्चित किया जाए.

बैठक में बताया गया कि टीकाकरण के लिए 2 लाख 67 हजार 399 हेल्थ केयर वर्करों के डाटा कोविन पोर्टल में एन्ट्री किए जा चुके हैं. इन्हें प्रथम चरण में टीके लगाए जाएंगे. इस पोर्टल पर फ्रंट लाइन वर्कर्स के डाटा की एन्ट्री संबंधित विभागों द्वारा की जा रही है. टीकाकरण से संबंधित कार्याें में बेहतर समन्वय के लिए स्टेट टास्क फोर्स की बैठक हर 15 दिन में और कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय टास्क फोर्स, एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लॉक स्तरीय टास्क फोर्स और कमिश्नर नगर निगम की अध्यक्षता में शहरी क्षेत्र के लिए गठित टास्क फोर्स की बैठक हर सप्ताह आयोजित कर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं.

वैक्सीन के परिवहन और कोल्डचेन को मेंटेन करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं. कोविड वेक्सीनेशन के लिए 1349 सेसन साइट्स और 7116 वेक्सीनेटर चिन्हित कर लिए गए हैं. अभी तक 13 हजार 516 लोगों की पहचान टीकाकरण टीम के लिए की गई है और इन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है. टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थित के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई ‘‘एडवर्स इवेंट फालोईंग इम्युनाइजेशन‘‘ प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है. सभी टीकाकरण केन्द्रों को नजदीकी मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से जोड़ा गया है. प्रभारी मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में विभिन्न समुदायों के साथ बैठकें आयोजित कर, विशेष ग्राम सभाएं आयोजित कर और प्रचार सामग्री का उपयोग कर जागरूकता अभियान चलाया जाए.

स्व-सहायता समूहों को भी इस अभियान में शामिल किया जाए. जनजागरूकता के लिए स्थानीय स्तर पर लघु नाटक, नुक्कड़ नाटक, कम्युनिटी रेडियो का उपयोग किया जाए और जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए. टीवी चैनल, एफएम रेडियो, दीवार लेखन, प्रेस विज्ञप्ति, कलाजत्था और जिलों में प्रदर्शनी लगाकर प्रचार अभियान चलाया जाए. प्रभारी सचिव ने टीकाकरण केन्द्रों और वेक्सीन स्टोरेज के स्थलों पर नियमित विद्युत प्रदाय, टीकाकरण केन्द्रों में पेयजल की व्यवस्था, टीकाकरण केन्द्रों में व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस बल, होमगार्ड के जवानों, एनसीसी और एनएसएस के विद्यार्थियों का सहयोग लेने के निर्देश दिए.