भुवनेश्वर: भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथ यात्रा 2025 (Rath Yatra 2025) की तैयारियां आज से शुरू हो गईं. इस सिलसिले में पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की तीन सदस्यीय टीम नयागढ़ पहुंची. टीम ने रथ निर्माण के लिए लकड़ी काटने से पहले आज्ञा माला (पवित्र आदेश) और भेंट चढ़ाई.

पुरी जगन्नाथ मंदिर प्रशासन की टीम का नेतृत्व सुदर्शन मेकाप, लक्ष्मण महापात्र, और रवि बेहेरा ने किया. यह टीम नयागढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले बदमूला गांव के बदराउला मंदिर पहुंची.
परंपरा के अनुसार लकड़ी भेजने की प्रक्रिया
रिपोर्ट्स के अनुसार, परंपरा के तहत हर साल पूजा के बाद नयागढ़ से 12वीं सदी के मंदिर (पुरी जगन्नाथ मंदिर) के लिए लकड़ियों से भरे दो ट्रक भेजे जाते हैं. आज सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक, बदमूला गांव स्थित बदराउला मंदिर में पूजा और अनुष्ठान किया गया. इसमें मंत्रोच्चार और भेंट चढ़ाने जैसी विधियां शामिल थीं.
लकड़ी कटाई का प्रबंधन
पिछले साल, रथ निर्माण के लिए मंदिर प्रशासन ने वन अधिकारियों को 865 लकड़ियां काटने का निर्देश दिया था. हालांकि, इनमें से 51 लकड़ियां उपयोग में नहीं लाई जा सकीं. इस साल, मंदिर प्रशासन ने 814 लकड़ियां काटने का निर्देश दिया है ताकि रथ निर्माण की आवश्यकता पूरी की जा सके.
रथ यात्रा की इस ऐतिहासिक परंपरा के लिए हर साल नयागढ़ से लकड़ियों का योगदान महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस प्रक्रिया के साथ रथ निर्माण का कार्य आगे बढ़ाया जाएगा.