हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियां एक बार फिर से शुरू हो गई है। जवान अब बर्फ हटाने का काम शुरू करेंगे। इस साल यह पवित्र यात्रा 25 मई से शुरू होगी।

गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट प्रमुख नरिंदरजीत सिंह बिंद्रा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस समय गोविंदधाम से श्री हेमकुंड साहिब तक के ट्रैक मार्ग पर 6 से 7 फीट बर्फ पड़ी हुई है। भारतीय सेना की पहली टुकड़ी में 25 है जो शुक्रवार को गोविंदघाट पहुंचे और घाघरिया में एक दिन के लिए अनुकूलन के बाद बर्फ हटाने का काम शुरू करेंगे।

30 फिट बर्फ है जमी

जानकारी के अनुसार अटलकोटी ग्लेशियर पूरी तरह से बर्फ ढका हुआ है, यहां अभी 30 फीट तक बर्फ जमा है। जबकि, छोटे अटलकोटी ग्लेशियर में 10 फीट बर्फ है। श्री हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग से बर्फ हटाने की सेवा भारतीय सेना की ओर से की जाती है, जो इस कार्य को करने में गर्व महसूस करती है। ट्रस्ट के सेवादार और रसोइए भी अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का ध्यान रखने के लिए टीम के साथ जाएंगे।

1 से 20 जून तक होगा लंगर

न्यू चंडीगढ़ सहित अन्य स्थानों से संगतों ने पूरी तैयारी की है। न्यू चंडीगढ़ के युवाओं के दल ने हर साल की तरह इस साल भी 1 से 20 जून तक संगतों के लिए लंगर लगाने के लिए वहां पहुंचा जाएगा।
इस बारे में जानकारी देते हुए अमृतपाल सिंह लाडी ने बताया कि हर साल श्री हेमकुंड साहिब जाने वाले संगत के लिए जोशीमठ से पहले लंगर लगाया जाता है। वहां लंगर के लिए न्यू चंडीगढ़ से ट्रकों में भर कर सामान लेकर जाते है और वहां रहकर यह सेवा निभाते है। इस बार भी अच्छी व्यवस्था की जाएगी।