नोएडा: जेवर में तैयार हो रहे नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की फास्ट कनेक्टिविटी अब हाईस्पीड मेट्रो के बजाय रैपिड व मोनो रेल से मिलेगी. साथ ही जेवर से आनंद विहार और पलवल के लिए वंदे भारत जैसी फास्ट ट्रेन चलाने के विकल्प पर भी विचार शुरू हो गया है.
जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को दुरुस्त करने के लिए मंगलवार को लखनऊ में मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इसमें यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह व अन्य शामिल हुए.
दीर्घकालिक योजना में रैपिड रेल और अल्पकालिक योजना में मोनो रेल चलाने का फैसला लिया गया. बैठक में तय किया गया कि जेवर से नई दिल्ली तक एयरपोर्ट मेट्रो को फिलहाल रोक दिया जाए. इसमें लागत अधिक आएगी. एक किलोमीटर मेट्रो का कॉरिडोर बनाने में करीब 350 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. अंडरग्राउंड की लागत 700 करोड़ प्रति किलोमीटर हो जाएगी. रैपिड ट्रेन के एक किलोमीटर ट्रैक की लागत 250 करोड़ रुपये आती है. जेवर से सराय काले खां बस स्टेशन की दूरी 70 किलोमीटर है.
पलवल तक रेलवे लाइन बिछाने पर विचार
जेवर से पलवल तक 26 किमी की रेलवे लाइन बनाने पर विचार मीटिंग में किया गया है. इसपर फास्ट ट्रेन चलाने का विचार है. इस प्रस्ताव के लिए रेल मंत्रालय को लेटर लिखने का निर्णय हुआ है. रेल मंत्रालय के साथ मीटिंग के बाद इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ा जाएगा.