सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। प्रदेश में 5 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए बालवाड़ी खोलने की स्कूल शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. अगले सत्र से शुरू होने वाले बालवाड़ी के लिए मास्टर ट्रेनर्स का 5 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया गया है. खेल एवं गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम एससीईआरटी ने डिजाइन किया है.

स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव व राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के संचालक राजेश सिंह राणा ने बालवाड़ी के संबंध में 5 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में उपस्थित मास्टर ट्रेनर्स से कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप स्कूल से पहले बच्चों को शैक्षणिक व मानसिक रूप से तैयार कर उन्हें स्कूल आने के लिए प्रेरित करेंगे.

उन्होंने कहा कि चयनित शिक्षक इस प्रकार कार्य करें जो बच्चों से जुड़ कर उनके मानसिक स्तर को पहचान सके. शिक्षा गुणवत्ता के लिए आवश्यक है कि शिक्षा का आधार मजबूत हो. एससीईआरटी में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 100 से अधिक मास्टर ट्रेनर्स उपस्थित हैं.

राजेश सिंह राणा ने कहा कि बालवाड़ियों के लिए खेल एवं गतिविधि आधारित पाठ्यक्रम एससीईआरटी द्वारा डिजाइन किया गया है, जिसे बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जा सके. इस कार्य में नई दिल्ली के शिक्षा मॉडल में कार्य कर रहे अनुभवी शिक्षाविदों की सहायता ली जा रही है. उन्होंने कहा कि यह कार्य पूरी संवेदनशीलता के साथ करना है, बच्चों को गतिविधियों में इंवॉल्व करते हुए उन्हें आगे बढ़ने और स्कूल में पढ़ने के लिए प्रेरित करना है.

इसे भी पढ़ें : पालक रखें ध्यान… 4 मार्च से मनाया जाएगा शिशु संरक्षण माह, बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए की खुराक…

उन्होंने आगे कहा कि स्कूल में जाने से पहले यदि हम 1 साल तक ग्रूम करते हैं, जिससे शिक्षा का आधार मजबूत होता है. इस कार्यक्रम का नाम मुख्यमंत्री की मंशा अनुसार बालवाड़ी भी रखा गया है. सभी प्रशिक्षकों से अपेक्षा की इस कार्य को मार्च के अंत तक स्कूलों में पहुंचा दें ताकि अप्रैल माह से प्रदेश के 6500 प्राथमिक स्कूलों में सफलतापूर्वक प्रारंभ की जा सके.