दुर्ग। कोविड वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर तैयारियां आरंभ हो गई हैं. इसके लिए गठित टास्क फोर्स की पहली बैठक में कोविड कार्य में लगे सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ निजी क्षेत्र से सहयोग कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को को टीका लगाए जाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से कार्य में लगे तमाम शासकीय विभागों संबंधित अधिकारी-कर्मचारियों की सूची ली गई.
कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे को सीएमएचओ डाॅ. गंभीर सिंह ठाकुर ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध संसाधनों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 44 शासकीय संस्थाएं कार्य कर रही हैं. इसमें अधिकारी-कर्मचारियों को मिलाकर हितग्राहियों की संख्या 2377 है. इसके अलावा निजी क्षेत्र से कोविड नियंत्रण के लिए कार्य कर रहे लोगों को भी चिन्हांकित किया गया है.
कलेक्टर ने कहा कि कोविड नियंत्रण को लेकर निगम अमले ने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी बड़ा काम किया है. जो भी कोविड नियंत्रण से जुड़े हैं सबसे पहले उन्हें टीका लगाया जाए ताकि उन्हें कोविड के जोखिम से मुक्त किया जा सके. अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए 400 दल गठित किए जा सकते हैं. दल में एक वैक्सीनेटर के साथ तीन अन्य सहयोगी भी होंगे. एक टीम एक दिन में डेढ़ सौ से दो सौ हितग्राहियों को टीका लगा सकेगी.
कलेक्टर ने कहा कि कोविड नियंत्रण कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों को टीका लगाया जाना है. वैक्सीन की उपलब्धता होते ही इस पर कार्य आरंभ हो जाना चाहिए. कोशिश यह हो कि न्यूनतम समय में अधिकतम लोगों को कवर किया जा सके. इसके लिए जितने संसाधनों की जरूरत है उस संबंध में अवगत कराएं. टीकाकरण को लेकर अपनी तैयारियां पूरी तरह मुकम्मल होनी चाहिए.