गयाजी। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को बिहार के पवित्र धार्मिक स्थल गयाजी पहुंचीं। उन्होंने यहां विष्णुपद मंदिर में अपने परिवार के पूर्वजों के नाम पिंडदान किया। यह पहला अवसर है जब राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने गया पहुंचकर धार्मिक अनुष्ठान किया है।

तीन विशेष कक्षों में आयोजन

विष्णुपद मंदिर परिसर में राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए एल्यूमिनियम फैब्रिकेटेड हॉल तैयार किया गया था जिसमें तीन विशेष कक्ष बनाए गए। इनमें से एक कक्ष में राष्ट्रपति ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पिंडदान किया जबकि बाकी दो कक्षों में राष्ट्रपति भवन के अधिकारी और अन्य सुरक्षा कर्मी तैनात रहे।

राज्यपाल खान भी रहे साथ

राष्ट्रपति के साथ बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी विष्णुपद मंदिर पहुंचे थे। हालांकि मंदिर परिसर में राष्ट्रपति को छोड़ने के बाद राज्यपाल वहां से वापस लौट गए। वीवीआईपी दौरे को देखते हुए मंदिर और आसपास के इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पूरा कार्यक्रम संपन्न हुआ।

पंडा परिवार ने कराया पिंडदान

गया के परंपरागत पंडा राजेश लाल कटरियार ने राष्ट्रपति मुर्मू को पिंडदान की विधियां कराईं। उन्होंने जानकारी दी कि राष्ट्रपति का पैतृक घर ओडिशा के मयूरभंज में है। पंडा परिवार के अनुसार राष्ट्रपति मुर्मू के पूर्वजों में से एक सदस्य पूर्व में भी गयाजी आकर पिंडदान कर चुके हैं लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनका पहला आधिकारिक धार्मिक दौरा है।

गयाजी में दिखा श्रद्धा और सुरक्षा का संगम

राष्ट्रपति के आगमन से गया में श्रद्धा और सुरक्षा दोनों का अनूठा संगम देखने को मिला। आम श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने हर स्तर पर तैयारी की थी। मंदिर क्षेत्र को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया और विशेष सुरक्षा बलों की तैनाती की गई।