नई दिल्ली। दो महीने बाद जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव है. इसमें बीजेपी की राह आसाने हो गई है. आंध्र प्रदेश के दल वाईएसआर कांग्रेस के नेता जगनमोहन रेड्डी ने समर्थन देने का ऐलान कर दिया है. जगनमोहन ने पीएम मोदी से मिलने के बाद ऐलान किया.
मौजूदा गणित
अब एनडीए काफी मजबूत स्थिति में है. 410 सांसद और 1691 विधायकों की ताकत से एनडीए के पास 5,32,019 वोट हैं.
जबकि, राष्ट्रपति चुनाव के लिए देश भर के सभी 4120 विधायकों और 776 सांसदों को मिला कर चुनाव मंडल बनता है. उनके वोटों का कुल मूल्य 10,98,882 है. जीतने के लिए 5,49,441 वोट चाहिए. यानी एनडीए को सिर्फ 17,422 वोट ही चाहिए. वाईएसआर कांग्रेस के पास 16,848 वोट हैं.
उधर, टीआरएस और एआईएडीएमके के दोनों धड़े भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने का संकेत दे रही है. टीआरएस के पास 22,048 वोट हैं. जबकि एआईएडीएमके के दोनों धड़ों के पास 59,224 वोट हैं. इस तरह से एनडीए के पास जरूरी बहुमत से भी अधिक आंकड़ा बनने के आसार हैं.
विपक्ष भी पीछे नहीं
हांलाकि, विपक्ष भी गठजोड़ करने में लगा है. कमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संभाली है. नीतीश कुमार सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं. संभावना है कि सोनिया गांधी सोमवार को तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी से मिलेंगी. लेकिन विपक्ष के पास आंकड़ें नहीं हैं. ऐसे में ये सांकेतिक मुकाबला ही होगा.