जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति इमर्सन मनांगाग्वा ने पड़ोसी देश दक्षिण अफ्रीका में कोविड के नए वैरिएंट की खोज के बाद, कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. मंगलवार को राष्ट्र के नाम दिए गए अपने संबोधन में मनांगगवा ने कहा कि जिम्बाब्वे के कुछ पड़ोसी देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की सूचना के बाद जिम्बाब्वे अब महामारी की चौथी लहर के गंभीर जोखिम का सामना कर रहा है.

म्नांगगवा ने कहा “हम पहले से ही कोविड का सामना कर रहे थे, हम इससे उभरे ही थे कि कोविड के नए वैरिएंट ने फिर से हलचल मचा दी है.” उन्होंने कहा कि देश लौटने वाले सभी यात्रियों को कोविड के पीसीआर टेस्ट से गुजरना होगा. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह 6 बजे तक, दुकानों पर शराब का सेवन नहीं किया जाएगा, जबकि नाइट क्लब और बार में केवल टीकाकरण वाले ग्राहकों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. कोविड से हुई मौतों के अंतिम संस्कार की निगरानी स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की जाएगी, जबकि रेस्तरां अब शाम सात तक बजे बंद हो जाएंगे.

म्नांगगवा ने भी टीकाकरण न करने वाले लोगों से टीकाकरण कराने की अपील की है. इसके अलावा मंगलवार को, सूचना मंत्री मोनिका मुत्सवांगवा ने कहा कि कोविड की चौथी लहर को रोकने के लिए सरकार रोकथाम और नियंत्रण उपायों को मजबूत करेगी. कैबिनेट के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, मुत्सवांगवा ने कहा कि कोविड पर जिम्बाब्वे की राष्ट्रीय समिति ने पहले ही ओमिक्रॉन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिदेर्शो के अनुरूप ‘चिंता का एक प्रकार’ घोषित किया था.

उन्होंने कहा कि जिम्बाब्वे ने हाल ही में घोषित डब्ल्यूएचओ के निर्देशों और नए वैरिएंट पर प्रतिक्रिया देने की सलाह को तुरंत अपनाया और उसे लागू किया. देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, जिम्बाब्वे में अब तक 4,707 मौतों के साथ कोविड के 1,34,625 मामले दर्ज किए गए हैं.

देश में कुल 3,794,549 लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली खुराक और 2,816,543 उनकी दूसरी खुराक मिली है, क्योंकि अधिकारियों का लक्ष्य साल के अंत तक 60 प्रतिशत आबादी को टीका लगाना है.