भुवनेश्वर : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज कटक में आदिकवि सरला दास की जयंती समारोह में शिरकत की और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कलिंग रत्न पुरस्कार-2024 प्रदान किया।

इस अवसर पर राष्ट्रपति ने आदिकवि सरला दास को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आदिकवि सरला दास ने महाभारत की रचना करके भारतीय साहित्य को समृद्ध किया है। उन्होंने महान कवि की जयंती मनाने और विभिन्न साहित्यिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए ‘सरला साहित्य संसद’ की सराहना की।

राष्ट्रपति ने धर्मेंद्र प्रधान को कलिंग रत्न पुरस्कार प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने साहित्यिक पुरस्कार ‘सरला सम्मान’ प्राप्त करने वाले बिजय नायक को भी बधाई दी।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी विविधता इंद्रधनुष की तरह है। हमारी एकता सदियों से बहुत मजबूत रही है। हमारी कई भाषाएँ हैं, लेकिन भावना एक है। दुनिया इस बात से चकित है कि इतनी सारी भाषाओं और इतने सारे धर्मों के बीच भारत कैसे एकजुट और एकीकृत बना हुआ है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय भाषाओं ने भारतीय शिक्षा परंपरा को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह प्रसन्नता की बात है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करने पर ज़ोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मातृभाषा में शिक्षा बच्चों को अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़ने में मदद कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी मातृभाषा के अलावा अन्य भाषाएँ भी सीखनी चाहिए।