नई दिल्ली। संसद से पास तीनों कृषि बिल को लेकर देश भर में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे है. इसी बीच तीनों कृषि बिल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दस्तखत हस्ताक्षर कर दिए हैं. इसलिए अब यह कृषि कानून कहलाएगा. इस पर केंद्र सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी कर सकती है.
भारतीय संविधान के अनुसार कोई बिल संसद के दोनों सदनों में पास होता है, तो उसके बाद राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है. उनके दस्तख़त के बाद ही वो बिल क़ानून का रूप लेता है. इसलिए हस्ताक्षर के बाद अब कृषि बिल, कृषि कानून बन गया है.
बता दें कि राज्यसभा में 20 सितंबर को कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयक ध्वनि मत से पास हो गए थे. कृषि विधेयकों के पास होने के बाद पंजाब, हरियाणा समेत देशभर में इसका विरोध हो रहा है. विपक्षी दल के सांसदों ने भी राष्ट्रपति से गुहार लगाई थी कि वो कृषि बिल पर हस्ताक्षर न करें और उन्हें वापस भेज दें.