नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव ने 10 अक्टूबर को सुबह 8:16 बजे आखिरी सांस लीं. उनके निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शोक जताया है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया, “श्री मुलायम सिंह यादव का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है. साधारण परिवेश से आए मुलायम सिंह यादव जी की उपलब्धियां असाधारण थीं. ‘धरती पुत्र’ मुलायम जी जमीन से जुड़े दिग्गज नेता थे. उनका सम्मान सभी दलों के लोग करते थे. उनके परिवार-जन व समर्थकों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं!.

सोनिया गांधी ने जारी किया शोक संदेश

कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शोक संदेश जारी किया है. सोनिया ने लिखा, “मुलायम सिंह यादव जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. समाजवादी विचारों की एक मुखर आवाज आज मौन हो गई…. दिवंगत आत्मा को नमन और भावभीनी श्रद्धांजलि. 

मनमोहन सिंह ने अखिलेश यादव को लिखा पत्र

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन पर शोक व्यक्त किया और उन्हें समाजवादी आंदोलन का प्रतीक बताया. उन्होंने अखिलेश यादव को पत्र लिखकर दुख जताया है. पत्र में लिखा, वह उच्च सम्मान के नेता थे, जिनका पार्टी लाइनों के बावजूद हर कोई सम्मान करता था. वह समाजवादी आंदोलन के प्रतीक थे और कई बार उत्तर प्रदेश विधानसभा और लोकसभा के लिए चुने गए. उन्होंने कई बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया. वह एक महान सांसद और एक प्रतिष्ठित प्रशासक थे जिन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों और अन्य पिछड़े समुदायों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया.

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उन्होंने कहा, इस दुखद अवसर पर आपको और आपके परिवार के अन्य सदस्यों के लिए गहरी संवेदनाएं है. भगवान आप सभी को साहस और धैर्य के साथ सहन करने की शक्ति दे.

जयराम रमेश बोले वे- कट्टर लोहियावादी थे

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, मुलायम सिंह यादव एक कट्टर लोहियावादी थे. यूपी के सीएम के रूप में उनका कार्यकाल काफी प्रभावी रहा. उन्होंने 2 मौकों पर एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय भूमिका निभाई: देवेगौड़ा और गुजराल सरकार रक्षा मंत्री के रूप में और 2002 में जब उन्होंने राष्ट्रपति के लिए एपीजे अब्दुल कलाम का प्रस्ताव रखा.

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