वाशिंगटन (डीसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन से मिली हार के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उग्र समर्थकों ने कैपिटल हिल्स (अमेरिकी संसद) में बलात प्रवेश कर गए. इस दौरान सुरक्षा बलों के साथ हुई झड़प में एक महिला समेत चार लोगों के मारे जाने और 56 लोगों के घायल होने की खबर है. इस घटना की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के अनेक नेताओं ने निंदा की है.

दरअसल, बुधवार को कांग्रेस के सदस्य इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटल बिल्डिंग में घुस गए. पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मश्क्कत का सामना करना पड़ा. इन हालात में प्रतिनिधि सभा और सीनेट के साथ पूरे कैपिटल को बंद कर दिया गया.

उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. प्रदर्शनकारियों के हमले में कई अधिकारी घायल हो गए हैं। बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में पुलिस ने चुनाव प्रदर्शन में 52 लोगों को गिरफ्तार कर पांच हथियार जब्त किए हैं. वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग के प्रमुख रॉबर्ट कॉन्टे ने कहा कि हमें पांच हथियार बरामद हुए हैं और करीब 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कॉन्टे ने कहा कि सभी गिरफ्तार किए गए लोग वाशिंगटन के निकटतम उपनगरों और प्रांतों से यहां पहुंचे थे.

पीएम मोदी ने जताई चिंता

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर ट्वीट कर चिंता जताई है. उन्होंने लिखा है कि वाशिंगटन डीसी में हिंसा और दंगे की खबरों से चिंतित हूं. सत्ता का सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण हस्तांतरण जारी रहना चाहिए. लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी प्रदर्शनों के जरिए बदलने की अनुमति नहीं दी जा सकती.