दिल्ली. साल 2019 में दूध की कीमतें बढ़ सकती है। कोऑपरेटिव डेयरियों के मुताबिक दूध की मांग से सप्लाई कम रहने वाली है। सर्दी के मौसम में किसानों को कम रिटर्न मिलने के कारण दूध का उत्पादन घट गया है। इस मौसम में आमतौर पर सप्लाई अच्छी रहती है पर इस बार ऐसा नहीं है।
अमूल ब्रांड की मालिक कंपनी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के एमडी आरएस सोढी ने कहा कि ‘2019 में दूध की कीमतें बढ़ना तय है। स्किम्ड मिल्क पाउडर का कम स्टॉक और पिछले साल के मुकाबले सप्लाई कम होना इसके पीछे बड़ा कारण है।
कुछ कोऑपरेटिव के अलावा कई डेयरी किसानों को दूध के अच्छे दाम नहीं दे पा रही हैं। इस कारण किसान दूधारू पशु भी नहीं खरीद रहे हैं। सोढी ने कहा कि सर्दियों में दूध की सप्लाई में 15 फीसदी की बढ़ोतरी के मुकाबले इस साल सिर्फ 2 फीसदी की बढ़ोतरी आई है। अमूल एक दिन में 248 लाख लीटर दूध की खरीद करता है।
2017 में डेयरी कोऑपरेटिव और दूसरी डेयरी ने दूध और दूध से बने प्रोडक्ट के दामों में 2 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। मिल्क पाउडर की उपलब्धता और कमोडिटी के स्थिर दामों के कारण 2018 में दूध के दाम नहीं बढ़े। अभी रिटेल बाजार में दूध 42 रुपए से 55 रुपए प्रति लीटर तक मिल रहा है।
इंडस्ट्री के अनुमान के मुताबिक दिसंबर अंत तक स्किम्ड मिल्क पाउडर का स्टॉक 7 लाख टन था। किसानों को दूध ही नहीं अन्य स्तर पर भी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते सरकार भी इनको 2019 में राहत देने की योजना बना रही है।