कपिल मिश्रा, शिवपुरी। एमपी के शिवपुरी से हत्या करने का आश्चर्यजनक मामला सामने आया है। हैवानों ने भगवान के प्रसाद के लिए पुजारी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पूरा मामला शिवपुरी के सतनवाड़ा थाना क्षेत्र में स्थित खूबत बाबा मंदिर (Khubat Baba temple) का है। मामले में पुलिस ने चार से पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल हत्या के सभी आरोपी फिलहाल पुलिस गिरफ्त से दूर है। 

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दरअसल सप्ताह भर पहले खूबत बाबा मंदिर में पूजा अर्चना करने गए पुरानी शिवपुरी निवासी खेमचंद्र रजक के परिवार के लोगों और दोस्तों ने वहां के पुजारी संतोष पुत्र हेतराम शिवहरे की प्रसाद के लिए निर्मम मारपीट कर दी। इस मारपीट में संतोष शिवहरे बेहद गंभीर रूप से घायल हो गया था। संतोष को इलाज के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। 25 जनवरी को संतोष शिवहरे को इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान सोमवार को संतोष की मौत हो गई।

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बताया जा रहा है कि लाश के ग्वालियर से शिवपुरी आने पर आरोपियों पर हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग करते हुए एसपी ऑफिस का घेराव करने की योजना कुछ लोगों ने बनाई  थी। इस बात की जानकारी पुलिस को लग गई। इसपर एसडीओपी अजय भार्गव ने पुलिस फोर्स के साथ पहुंच कर लाश को नवग्रह मंदिर पर ही रोक दिया। करीब एक घंटे तक चली समझाइश और उचित कार्यवाही के आश्वासन के बाद परिजन बिना किसी प्रदर्शन के अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए।

कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद भी प्रशासन ने आनन-फानन में कराया अंतिम संस्कार 

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों की मानें तो ग्वालियर में संतोष का कोविड टेस्ट कराया गया था। वहां उसकी कोरोना  आई थी। ऐसे में विचारणीय पहलू यह भी है कि अगर संतोष पॉजिटिव था तो उसकी लाश परिजनों को कैसे सौंप दी गई। उसके अंतिम संस्कार में कोरोना गाइड लाइन का पालन क्यों नहीं किया गया?

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बहन और मां बेसहारा 

मृतक संतोष के पिता की काफी पहले मौत गई थी। छोटा भाई भी कुछ साल पहले एक हादसे में मौत के आगोश में समा गया था। संतोष की चार बहनों में से तीन की शादी हो गई थी, एक बहन और मां संतोष के सहारे ही थीं। बताया जा रहा है कि संतोष ने भी उनकी जिम्मेदारी निभाने के लिए शादी नहीं की थी। अब संतोष की मौत के बाद वह दोनों बेसहारा हो गईं हैं।

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कोरोना पॉजिटिव  होने की रिपोर्ट हमें नहीं मिली 

मामले में शिवपुरी एसडीओपी अजय भार्गव ने कहा कि दोनों पक्षों का खूबत बाबा मंदिर पर झगड़ा हुआ था। संतोष शिवहरे को ग्वालियर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। संतोष कोरोना पॉजीटिव है। ऐसा वहां हॉस्पिटल में बता रहे थे लेकिन अभी कोई रिपोर्ट हमारे पास नहीं मिली थी।

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