Urvashi Rautela Temple. उर्वशी रौतेला के मंदिर (Urvashi Rautela Temple) वाले बयान पर बवाल मच गया है. तीर्थ पुरोहितों ने रौतेला के बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. बद्रीनाथ धाम के पास के मंदिर को उनका बताने के उर्वशी रौतेला के दावे पर आपत्ति जताते हुए बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी और तीर्थ पुरोहित समाज ने इसे “आध्यात्मिक अपमान” बताया है. उन्होंने कहा कि देवी मंदिर को निजी प्रचार से जोड़ना निंदनीय है. अब उर्वशी से माफी मांगने की मांग उठने लगी है.

दरअसल, उर्वशी का दावा है कि बद्रीनाथ के पास उनका मंदिर है. उनका ये भी कहना है कि यहां लोग उनकी पूजा भी करने आते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने दक्षिण भारत में भी एक मंदिर बनाए जाने की इच्छा जताई है. जानकारी के मुताबिक एक पॉडकास्ट में रौतेला ने बताया था कि ‘बद्रीनाथ दर्शन करने जाओगे तो उसके बाजू में एक टेंपल है, उर्वशी’.
इसे भी पढ़ें : स्टार्टअप के लिए देवभूमि में बन रहा अनुकूल वातावरण, मिल सकता है अच्छा मौका
ये है वास्तविकता
उत्तराखंड के चमोली जिले के बामणी गांव में मां उर्वशी मंदिर है. जो कि बद्रीनाथ धाम से करीब एक किलोमीटर की दूरी है. बद्रीनाथ धाम आने वाले ज्यादातर यात्री इस मंदिर के भी दर्शन करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, मंदिर से जुड़ी कहानी प्रचलित है. जिसके अनुसार, माता सती को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान शिव ने पृथ्वीलोक का भ्रमण किया और सुदर्शन चक्र से सती के कई टुकड़े किए. एक टुकड़ा बामणी गांव में भी गिरा, जहां उर्वशी मंदिर बना.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें