Urvashi Rautela Temple. उर्वशी रौतेला के मंदिर (Urvashi Rautela Temple) वाले बयान पर बवाल मच हुआ है. शनिवार को तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखंड के डीजीपी को शिकायती पत्र सौंपकर उर्वशी रौतेला के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, इस पूरे मामले पर उर्वशी रौतेला की ओर से सोशल मीडिया फेसबुक पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने बयान को सही ढंग से सुनने को कहा है.

उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत और ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को डीजीपी दीपम सेठ से भेंट कर उन्हें उर्वशी रौतेला और संबंधित यूट्यूब चैनल पर कार्रवाई करने की मांग की. प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी को एक शिकायतपत्र भी सौंपा.
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दरअसल, उर्वशी का दावा है कि बद्रीनाथ के पास उनका मंदिर है. उनका ये भी कहना है कि यहां लोग उनकी पूजा भी करने आते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने दक्षिण भारत में भी एक मंदिर बनाए जाने की इच्छा जताई है. जानकारी के मुताबिक एक पॉडकास्ट में रौतेला ने बताया था कि ‘बद्रीनाथ दर्शन करने जाओगे तो उसके बाजू में एक टेंपल है, उर्वशी’.
ये है वास्तविकता
उत्तराखंड के चमोली जिले के बामणी गांव में मां उर्वशी मंदिर है. जो कि बद्रीनाथ धाम से करीब एक किलोमीटर की दूरी है. बद्रीनाथ धाम आने वाले ज्यादातर यात्री इस मंदिर के भी दर्शन करते हैं. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, मंदिर से जुड़ी कहानी प्रचलित है. जिसके अनुसार, माता सती को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान शिव ने पृथ्वीलोक का भ्रमण किया और सुदर्शन चक्र से सती के कई टुकड़े किए. एक टुकड़ा बामणी गांव में भी गिरा, जहां उर्वशी मंदिर बना.
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