रायपुर। नगर पालिक निगम रायपुर के अधिकारियों एवं डे-एनयूएलएम में पदस्थ प्रबंधकों ने बताया कि शहरी पथ विक्रेता सड़क किनारे पसरा, रेहडी या ठेला लगाकर अपना व्यवसाय करते हुए आमजन को सस्ते दामों पर रोजमर्रा का सामान उपलब्ध कराते हैं। इसी से अपना और अपने परिवार का भरण पोषण भी करते है।

कोविड-19 संक्रमण काल में लाॅकडाउन अवधि में इन शहरी पथ विक्रेताओं का व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ है। जिसे पुनः पटरी पर लाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री शहरी पथ विक्रेता आत्मनिर्भर निधि (पीएम स्वनिधि) की शुरूआत की गई है। इसमें पथ विक्रेताओं के बीच कार्यरत संगठन NSVI को राष्ट्रीय स्तर पर जवाबदारी दी गयी है। छत्तीसगढ़ NSVI के चैयरमैन आलोक पांडेय द्वारा किया जाएगा ऐसे पथ विके्रता जिन्हे रोलिंग के लिए अधिकतम 10000 रू. मात्र तक ऋण की आवश्यकता है, उन्हें राष्ट्रीयकृत बैंकों या माईक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा।

यह ऋण केवल 1 साल के लिए होगा। नियमित पुनर्भुगतान करने वाले हितग्राहियों को शासन की ओर से ब्याज अनुदान के रूप में 7 प्रतिषत की छुट दी जायेगी। इस योजना में कोई पूंजीगत अनुदान नहीं है। पूर्णतः पुनर्भुगतान करने वाले हितग्राही को भविष्य में बढाकर ऋण राषि प्रदाय की जायेगी। अधिक से अधिक पथ विके्रताओं को योजना का लाभ दिलवाने का प्रयास किया जायेगा। इच्छुक पथ विके्रता अधिक जानकारी के लिए कार्यालयीन समय में नगर पालिक निगम रायपुर मुख्यालय भवन के कक्ष क्रमांक 411 में संपर्क स्थापित कर सकते है।