पंजाब/नई दिल्ली। पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसके लिए पंजाब लोक कांग्रेस, बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब चुनावी बिगुल फूंकने 5 जनवरी को पंजाब आ सकते हैं. इस दौरान मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) भी मौजूद रह सकते हैं. प्रधानमंत्री का पंजाब के चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमआर) के सैटेलाइट केंद्र का फिरोजपुर में उद्घाटन करने का कार्यक्रम है और इसके बाद वह एक रैली को संबोधित कर सकते हैं.

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केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पंजाब में यह पहली रैली होगी. इन कृषि कानूनों के खिलाफ बड़ी संख्या में पंजाब के किसानों ने दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर डेरा डाल दिया था और वह केंद्र सरकार पर इन्हें निरस्त करने का लगातार दबाव बनाते रहे. आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा और संसद में तीनों कानूनों को रद्द करना पड़ा. इससे किसानों ने ऐतिहासिक जीत बताई. उन्होंने कहा था कि उनके संघर्षों की जीत हुई. वहीं कृषि कानूनों के मुद्दे पर ही शिरोमणि अकाली दल के साथ बीजेपी का गठबंधन टूट गया था. अब बीजेपी कैप्टन की पंजाब लोक कांग्रेस और ढींढसा के शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी. अगले साल 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है.