दिल्ली। सरकार ने नोटबंदी करने के बाद जिन नई करेंसी को जारी किया था उनमें दो हजार का नोट भी शामिल था। अब सरकार ने इस नोट की छपाई ही बंद कर दी है।
दरअसल, मोदी सरकार की ऐतिहासिक नोटबंदी के बाद पांच सौ रुपये और दो हजार रुपये के नए नोट शुरू किए गए थे। उस वक्त सरकार ने प्रचलित पांच सौ रुपये व एक हजार रुपये के नोटों को कालाधन का सबब बताते हुए अचानक बंद कर दिया था। सरकार ने जोर शोर से दो हजार रूपये का नोट शुरू किया था। अब दो हजार के नोट बंद किए जाने की चर्चा शुरू हो गई है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकार ने एक सवाल के जवाब में संसद को बताया है कि दो साल से दो हजार रूपये का एक भी नया नोट नहीं छापा गया है।
वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद में एक लिखित जवाब में बताया कि मार्च 2018 में दो हजार रुपये के 336.2 करोड़ नोट चलन में थे। जबकि 26 फरवरी 2021 को इनकी संख्या घटकर 249.9 करोड़ रह गई। बैंक नोटों की छपाई का फैसला जनता की जरूरत को ध्यान में रखते हुए और उनकी मांग को पूरा करने के लिए रिजर्व बैंक की सलाह पर लिया जाता है। 2019-20 और 2020-21 में दो हजार रुपये के नोटों की छपाई का ऑर्डर ही नहीं दिया गया है।