विप्लव गुप्ता, पेंड्रा- मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भूपेश बघेल पहली बार अजीत जोगी के गढ़ मरवाही पहुंचेंगे. तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री मंगलवार को यहां किसान सम्मेलन में भाग लेंगे. साथ ही सहकारी बैंकों द्वारा ऋण मुक्ति से लाभान्वित किसानों को प्रमाण पत्र भी बांटेंगे. लगभग डेढ़ घंटे के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कांग्रेस घोषणा-पत्र में किए गए वायदों को पूरा करने के संबंध में सभा को संबोधित करेंगे. साथ ही नरवा गरुवा घुरुवा बाड़ी योजना की स्थानीय स्तर पर शुरुआत भी करेंगे.

कांग्रेसी सभा में 40 से 50 हजार लोगों के जुटने का दावा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री के पहले दौरे से लोगों को काफी अपेक्षाएं हैं. क्षेत्र के लिए नई योजनाओं के साथ प्रमुख रूप से पेंड्रा, गौरेला व मरवाही को मिलाकर पेंड्रा जिला बनाने की घोषणा करने की मांग भी मुख्यमंत्री से कांग्रेसी करेंगे. साथ ही लचर स्वास्थ्य और प्रशासनिक कसावट लाने के लिए भी मुख्यमंत्री से कांग्रेसी मांग करेंगे. प्रशासन ने भी मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर मंच और सभा स्थल की तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है.

सभा में कांग्रेसी विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के भी आने का दावा कर रहे हैं पर प्रशासन को अब तक उनके आने की अधिकारिक सूचना या प्रोटोकॉल नहीं मिला है, फिर भी प्रशासन दोनों नेताओ के अनुसार तैयारी में लगा हुआ है. आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए लगने वाली आचार संहिता के पूर्व संभवत यह मुख्यमंत्री का अंतिम  दौरा होगा.

मुख्यमंत्री कल यहां स्थानीय लोगों को साधने की भी कोशिश करेंगे. क्योंकि मरवाही अजीत जोगी का गढ़ है, जहां उन्होंने विधानसभा चुनाव लगभग 50 हजार वोटों के अंतर से जीता है. कोरबा लोकसभा की बात करें तो यहां से अभी बीजेपी के सांसद डॉक्टर बंशीलाल महतो है जिन्होंने पिछले चुनाव में डॉ चरणदास महंत को हराया था. कोरबा सीट जीतने के लिए मरवाही के वोटरों को साधना आवश्यक है. ऐसे में मुख्यमंत्री का यह दौरा इस नजरिए से भी देखा जा रहा है.