रायपुर. महिला सम्मेलन में शामिल होने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कल भिलाई-चरोदा आ रहे. यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश की महिलाओं को संबोधित करेंगे. यह कार्यक्रम अहिवारा विधानसभा के चरोदा में होने जा रहा है. ऐसे में अहिवारा विधानसभा में किसी महिला को टिकट मिलने का कयास लगाया जा रहा है. इसी बहाने चरोदा महापौर चन्द्रकांता मांडले भी टिकट की दावेदारी कर रही है. महापौर चन्द्रकांता का कहना है कि पार्टी महिलाओं को लगातार आगे बढ़ा रही है और महिलाओं का सम्मेलन भी हो रहा है. ऐसे में इस क्षेत्र से किसी महिला को टिकट मिलता है तो ये सम्मान की बात है.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर अब नेताओं की महत्वाकांक्षा सामने आने लगी है. दुर्ग जिले की अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट अहिवारा से सांवला राम डाहरे विधायक है. इस बार भी सांवला राम डाहरे टिकट को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं, लेकिन बीजेपी के नए फॉर्मूले सिटिंग नहीं विनिंग एमएलए के सिद्धांत के तहत उनकी टिकट कटने की कयास लगाए जा रहे हैं. वही क्षेत्र के अन्य नेता टिकट मिलने की उम्मीद लगाए बैठे है. चरोदा नगर पालिक निगम की पहली महिला महापौर चन्द्रकांता मांडले भी दावेदारी पेश कर रही है और पार्टी के टिकट देने पर जितने की बात भी कह रही है.
चंद्रकांता का कहना है कि चरोदा निगम में विकास की गंगा बह रही है. राज्य सरकार के सहयोग से हर वो काम पूरा हो रहा है जो बीजेपी ने चुनावी घोषणा पत्र में किया था. बहरहाल महिला आरक्षण के साथ महिलाओं के हक की बात करने वाली बीजेपी छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी हाल में जीत का चौका लगाकर अपनी सरकार बनाना चाहती है, जिसके लिए केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मिशन 65 प्लस का टारगेट नेताओं को दिया गया है.
आपको बता दें कि भिलाई भाजपा जिला अध्यक्ष सांवला राम डाहरे की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उस समय उठने लगे थे जब जामुल नगर पालिका चुनाव में बीजेपी को करारी हाल झेलनी पड़ी. बहरहाल अहिवारा विधानसभा के कार्यकर्ता भी नया प्रत्याशी चाहते हैं. पिछले दिनों चरोदा में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कार्यक्रम के बाद अब राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का महिला सम्मेलन भी इसी विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहा है. वहीं महापौर चन्द्रकांता का कहना है कि पार्टी महिलाओं को लगातार आगे बढ़ा रही है और महिलाओं का सम्मेलन भी हो रहा है.
ऐसे में चन्द्रकांता मांडले अपने क्षेत्र से अहम जिम्मेदारी निभा रही है. बहरहाल आने वाले चुनाव में टिकट की उम्मीदवारी को लेकर मांडले ने पार्टी और संगठन पर फैसला छोड़ दिया है. अब ये देखने वाली बात ये होगी कि आने वाले समय में प्रत्याशी परिवर्तन के लिए मशहूर बीजेपी पुराने चेहरे पर ही दांव लगाएगी या फिर नए चेहरे को मैदान में उतार कर दोबारा अहिवारा सीट पर कमल खिलाएगी. ये आने वाला समय ही बताएगा.