पटना। जिले के दानापुर जेल में शराब बेचने के आरोप में बंद एक कैदी सुनील मांझी की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिससे उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। सुनील मांझी गभतल अनुसूचित जाति टोला के रहने वाले थे। उनकी तबीयत खराब होने पर पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने स्थिति गंभीर देख उन्हें पीएमसीएच पटना रेफर किया था।
सड़क जाम कर आगजनी की
मौत की खबर मिलते ही परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। उन्होंने दानापुर थाना का घेराव कर जमकर हंगामा किया और विरोध स्वरूप सड़क जाम कर आगजनी की। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जब अन्य आरोपितों को छोड़ दिया गया, तब भी सुनील मांझी की तबियत खराब होने के बावजूद उन्हें जेल में रखा गया।
दानापुर जेल भेजा गया था
परिजन और ग्रामीण यह भी कहते हैं कि जेल में उनसे मिलने नहीं दिया गया और जेलर ने कहा कि शराब बेचकर जो पैसा कमाया जाए, उसी से इलाज कराया जाए। ये आरोप पुलिस की लापरवाही पर सवाल खड़े करते हैं। जानकारी के मुताबिक, 9 जून को पुलिस की क्विक मोबाइल टीम ने सुनील मांझी को शराब के नशे में पकड़ा था और उसी दिन उन्हें दानापुर जेल भेजा गया था।
मृतक की मौत से पैदा हुए तनाव ने इलाके में law and order की स्थिति को प्रभावित किया है, और प्रशासन ने स्थिति को काबू में करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
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