सुधीर सिंह राजपूत, मिर्जापुर. “नीम हकीम ख़तरे जान” की कहावत को चरितार्थ करते निजी अस्पताल गरीब मरीजों के आर्थिक शोषण का केन्द्र बन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को खुली चुनौती दे रहे हैं. नियम को ठेंगा दिखाते हुए संचालित हो रहे प्राइवेट अस्पतालों पर संबंधित महकमें की कृपा दृष्टि होने से इनका कोई भी बाल बांका नहीं हो पा रहा है. यह न केवल शासन-प्रशासन के नियमों को दरकिनार कर रहें हैं बल्कि मरीजों के लिए खतरे जान भी साबित हो जा रहें हैं. इतना ही नहीं ये निजी अस्पताल मरीजों से मनमाना वसूली भी कर रहे हैं. गरीब मरीजों के शोषण का केन्द्र बने मिर्ज़ापुर जिले के राजगढ़ विकासखंड क्षेत्र में इन दिनों धड़ल्ले से अवैध चिकित्सा सेंटरों का संचालन किया जा रहा है.

पीड़ित रामानंद

बताया जा रहा है कि खून जांच, डायग्नोस्टिक सेंटर और हास्पिटलों की क्षेत्र में बाढ़ सी आ गई है. जिनके संचालकों की चांदी कट रही है. ऐसा ही एक मामला राजगढ़ क्षेत्र के एक हास्पिटल से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. जहां डिलीवरी के नाम पर मरीज को भर्ती किया गया और अब डिलीवरी के बाद जांच-पड़ताल और दवा के नाम पर 61 हजार रुपये की मांग की जा रही है. पीड़ित परिवार ने अस्पताल संचालक पर गंभीर आरोप लगाएं हैं. पैसे के आभाव में मरीज हलकान हो रहा हैं. वे अधिकारियों से न्याय और सुरक्षा की गुहार लगा रहे हैं. इस मनमानी से जिला प्रशासन अब तक अनजान बना बैठा है.

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कुछ नहीं बिगड़ने वाला, पहुंच ऊपर तक है…

पीड़ित राजगढ़ निवासी रामानंद बताते हैं कि वे ददरा स्थित एक निजी अस्पताल में महिला के प्रसव के लिए आए हुए थे. जहां उन्हें 44 हजार रुपये का खर्च बताया गया. अब 61 हजार की डिमांड की जा रही है. पूरा पैसा देने पर ही मरीज को छोड़ने की बात कही जा रही है. रामानंद का आरोप है कि अस्पताल संचालक धमकी दे रहे हैं कि पूरा पैसा जमा करना ही होगा. उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है क्योंकि उनकी पहुंच उपर तक है. बहरहाल मामले का वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं पीड़ित अस्पताल के बाहर मनुहार गुहार लगाते हुए भटकता दिखाई दे रहा है.

मरीजों का आर्थिक शोषण

गौरतलब हो कि राजगढ़ विकासखंड में धड़ल्ले से संचालित हो रहे प्राइवेट अस्पतालों की खामियां पहले भी उजागर हो चुकी हैं. लेकिन ठोस कार्रवाई के बजाए मामले को दबा दिए जाने से मरीजों का आर्थिक शोषण का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय लोगों की मानें तो यहां मरीजों से बेतहाशा धनउगाही की जाती है.