दिल्ली। इन दिनों कोरोना का खौफ हर जगह जारी है। इसको लेकर लापरवाही भी जारी है। अब एक निजी लैब का कारनामा चर्चा का विषय बन गया है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में एक निजी पैथोलॉजी मॉर्डन लैब में कोरोना जांच की जाती है। इस लैब में अब तक हजार से ज्यादा सैम्पल की जांच की जा चुकी है। लैब ने अपनी जांच में 24 लोगों को कोरोना पॉजिटिव बताया। इस बीच एक पॉजिटिव केस में डीएम को शक हुआ तो मरीज का सैंपल सरकारी लैब में टेस्ट किया गया जहां वह नेगेटिव निकला। प्राइवेट लैब से पॉजिटिव आए आठ सैंपल दोबारा जांच के लिए सरकारी लैब में भेजे गए थे, इनमें से छह नेगेटिव निकले हैं। अब निजी लैब का गड़बड़झाला सामने आने के बाद डीएम ने लैब का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल, शहर की माडर्न लैब में लोग लंबे समय से जांच के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे थे। जिसके बाद मामला सामने आने पर डीएम ने कहाकि मामले की जांच कराई जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लैब का लाइसेंस निरस्त करवाने के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। पूरे मामले में सीएमओ से भी रिपोर्ट मांगी गई है।