नई दिल्ली. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आज महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के सामने एकदिवसीय सत्याग्रह कर रहे हैं. पार्टी के अनुसार राहुल गांधी के प्रति एकजुटता दिखाते हुए यह संकल्प सत्याग्रह सभी राज्यों और जिलों में महात्मा गांधी की प्रतिमाओं के सामने हो रहा है. यह शाम 5 बजे तक चलेगा. प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन जैसे बड़े नेता सुबह.सुबह राजघाट पहुंचे. पुलिस ने यहां धारा 144 लगा दी, लेकिन नेता और कार्यकर्ता इसके बावजूद पहुंचे. वहीं इस दौरान प्रियंका गांधी भावुक हो गई. उन्होंने कहा कि ये लोग (विपक्षीय पार्टी वाले) मेरे भाई को पप्पू कहते है, जबकि राहुल गांधी ने दो सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों हार्वर्ड और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपनी शिक्षा पूरी की.

प्रियंका गांधी ने सत्याग्रह को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे पिता का संसद में अपमान किया गया. ये लोग शहीद के बेटे को देशद्रोही कहते हैं, मीर जाफर कहते हैं. एक मुख्यमंत्री तो यहां तक कहते हैं कि राहुल को पता ही नहीं उनका पिता कौन है. आपके प्रधानमंत्री भरी संसद में कहते हैं कि हमारा परिवार नेहरू नाम क्यों इस्तेमाल करता है. आपको कोई सजा नहीं मिलती, न संसद से बाहर निकालता है. आज तक हम चुप रहे हैं. आप हमारे परिवार का अपमान करते गए. मैं पूछना चाहती हूं कि एक आदमी का कितना अपमान करोगे. मुझ पर केस लगा दो,  लेकिन सच ये है कि इस देश का प्रधानमंत्री कायर है.

Twitter में डिसक्वालिफाइड सांसद

इसके अलावा राहुल गांधी ने भी रविवार को ट्विटर पर अपना बायो बदल दिया. उन्होंने खुद को डिसक्वालिफाइड सांसद बताया है.

क्या भगवान राम और पांडव परिवारवादी

मेरा भाई पीएम के पास गया, उन्हें गले लगाया और कहा कि मुझे आपसे नफरत नहीं है. हमारी विचारधारा अलग है लेकिन हमारे पास नफरत की विचारधारा नहीं है. क्या भगवान राम और पांडव परिवारवादी थे. हमारा परिवार देश के लिए शहीद हुआ तो क्या हमें शर्म आनी चाहिए.

आप हमें अपमानित करके ये सोचते हैं कि हम डर जाएंगे. हम और मजबूती से लड़ेंगे. हम आज भी देश की आजादी के लिए लड़ रहे हैं. देश की जनता को दिख नहीं रहा है कि उनकी सारी संपत्ति लूटी जा रही है. जो तानाशाही होते हैं वे सवाल उठाने वाले को दबाने की कोशिश करते हैं. इस अडाणी में है क्या कि उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं. ये हमें सोचना पड़ेगा.

उन्हें पप्पू कहने लगे

राहुल गांधी ने दुनिया के दो सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों हार्वर्ड और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में अपनी शिक्षा पूरी की और वे उन्हें पप्पू कहने लगे, लेकिन बाद में पता चला कि वह तो पप्पू है ही नहीं, वह तो ईमानदार हैं और आम जनता के मुद्दों को समझता है.

एक आदमी कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों चला. उसमें समता की एकता की भावना थी. आज मीडियाए मंत्री, सांसद कह रहे हैं राहुल गांधी ने विदेश जाकर देश का अपमान किया. जो आदमी जनता की आवाज उठा रहा है, वो देश का अपमान कर सकता है. वो गरीबों का बेरोजगारों का हक मांग रहा है. उनके हक की लड़ाई लड़ रहा है.