रोहित कश्यप, मुंगेली। धान खरीदी को लेकर प्रदेश में कई जगह सरकार को किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है. पहले बेमौसम बरसात की वजह से धान खरीदी बीच में रुकी रही अब बारदाने की समस्या ने आग में घी का काम किया है. मुंगेली जिला के बुंदेली समिति के किसानों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा. किसानों ने रायपुर -मुंगेली मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर दिये. लगभग दो घंटे तक किसानों के प्रदर्शन की वजह से सड़क में दोनों तरफ लंबा जाम लग गया.

बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में किसान धान बेचने बुंदेली समिति पहुंचे थे. लेकिन यहां बारदाना नही होने व धान जाम होने की वजह से समिति ने किसानों को वापस लौटा दिया. धान खरीदी नहीं होने से नाराज किसानों ने मुख्यमार्ग के बीच में धान से लदी अपनी गाड़ियों को खड़ा कर चक्काजाम कर दिया. किसानों के प्रदर्शन की खबर मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में तहसीलदार अमित सिन्हा को मौके पर भेजा गया. तहसीलदार द्वारा व्यवस्था को दुरुस्त करने के आश्वासन के बाद किसानों ने चक्काजाम समाप्त किया.

 

मुंगेली जिला में सिर्फ बुंदेली ही नहीं कई जगह धान खऱीदी में चल रही अव्यवस्था को लेकर किसानों में नाराजगी है. नवागांव चीनू सहित दर्जन भर से ज्यादा खरीदी केन्द्रों का भी ऐसा ही कुछ हाल है. जानकारी के मुताबिक तेलिया पुरान समिति के किसान टोकन कटना बंद होने से नाराज हैं. खबर है कि वे भी आंदोलन की राह पकड़ने वाले हैं. फिलहाल जिले में 89 धान खरीदी केन्द्रों में से 47 केंद्र बंद है.

उधर जिले के कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे भी स्वीकार कर रहे हैं कि किसानों को धान बेचने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसकी शिकायतें उन तक पहुंची है. उन्होंने दावा किया है कि जल्दी ही सारी समस्याओं को दूरुस्त कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि कुछ धान खरीदी केंद्रों में बारदाना की कमी और धान का उठाव तेजी से नहीं होने की शिकायत आ रही है जिसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा. हालांकि राज्य सरकार ने धान खरीदी की अंतिम तिथि 15 फरवरी से बढ़ा कर 20 फरवरी कर दी है. ऐसे में अब दो दिन ही शेष बचे हैं.