जालंधर। अमृतसर-जालंधर रीजन वंदे भारत एक्सप्रेस की डिमांड कर रहे हैं. इसके मद्देनजर रेलवे ने चंदे भारत के नए रूट का प्रस्ताव तैयार किया है. इसे अब फिरोजपुर मंडल, अंबाला मंडल और दिल्ली दफ्तर को भेजा गया है. इसे लेकर मंजूरी आनी बाकी है. रेलवे के प्रस्ताव के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस हफ्ते में 6 दिन चलेगी. Read More- Punjab News: गर्लफ्रेंड से शादी कर कोर्ट गया शख्स, पहुंच गई बीवी, 3 साल कैद

वंदे भारत की खासियत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी 2019 को भारत की पहली सेमी हाइस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. यह ट्रेन दिल्ली से वाराणसी का सफर 8 घंटे में पूरा करती है. मेक इन इंडिया के तहत बनी यह ट्रेन देश की पहली इंजनलेस ट्रेन है और हफ्ते में 5 दिन चलती है. दिल्ली से वाराणसी जाने वाली इस ट्रेन की रफ्तार 160kmph है. 16 कोच वाली इस ट्रेन को केवल 18 महीनों में चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री ने तैयार किया है. इसकी लागत 97 करोड़ रुपए आई थी.

नई वंदे भारत एक्सप्रेस की खिड़की में स्पेशल कांच लगाया जाएगा जो जल्दी से टूट ना सके. हाल ही में दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर बरसाने की खबरें आई थी, जिसके कारण ट्रेन के कांच की खिड़कियां टूट गई थी. नई वंदे भारत में पहले के मुकाबले बड़ी पैंट्री होगी क्योंकि यह ट्रेन अब लंबे रास्तों पर भी चल सकती है. ऐसे में यात्रियों को दो बार खाना देना होगा, जिस वजह से पेंट्री में ज्यादा जगह की जरूरत पड़ेगी. इसकी इलेक्ट्रिक वायरिंग भी पहले के मुकाबले ज्यादा तापरोधी है. वॉशबेसिन और बॉटल होल्डर की डिजाइन को भी अधिक सुविधाजनक बनाया गया है.

क्या हो सकता है समय?

इस रूट पर संचालन के लिए 16 डिब्बे इस्तेमाल होंगे. इसके लिए स्टाफ, रिपेयर शेड्यूल आदि भी तैयार किया गया है. खास बात ये है कि 5 जगह पर इसकी स्टापेज होगी, लेकिन जालंधर को इसमें शामिल नहीं रखा गया है. इसके स्टापेज अमृतसर, लुधियाना, साहनेवाल अंबाला और नई दिल्ली है. किराया तय होना बाकी है. ट्रेन सुबह 7:55 पर अमृतसर से चलेगी और 13:40 पर नई दिल्ली पहुंचेगी.